देश की सूचना व प्रौद्योगिकी सेक्टर की प्रमुख कंपनी विप्रो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) आबिद अली नीमचवाला ने इस्तीफा दे दिया है. समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक विप्रो ने शुक्रवार को जारी एक बयान में बताया कि नीमचवाला इस्तीफा देने के बाद भी अगले सीईओ के चयन तक अपने पद पर बने रहेंगे. जब तक यह सुनिश्चित नहीं कर लिया जाता कि व्यवसाय हमेशा की तरह आगे भी जारी रहेगा, तब तक वह अपने पद पर काम करते रहेंगे.
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इस बीच, विप्रो के निदेशक मंडल ने नीमचवाला के उत्तराधिकारी को ढूंढ़ने का काम शुरू कर दिया है. अब इस काम में कंपनी के मैनेजमेंट को कितना समय लगेगा, इस बारे में कंपनी ने कोई निश्चित समय सीमा नहीं बताई है. उधर, अपने इस्तीफे के बाद नीमचवाला ने कंपनी के सभी सहयोगियों को धन्यवाद दिया है.
विप्रो ECO नीमचवाला ने इस्तीफे के बाद क्या कहा?
नीमचवाला ने अपने इस्तीफे के बारे में कहा, '75 साल की समृद्ध विरासत वाली कंपनी विप्रो की सेवा करना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. अजीम प्रेमजी, रिशद, हमारे सभी बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स और अपने सभी सहयोगियों का धन्यवाद.' उन्होंने कहा कि हमने अपनी परिवर्तन यात्रा में काफी प्रगति की है, अपने वितरण व्यवस्था में सुधार किया है और ग्राहक की प्रमुखता को संस्थागत रूप दिया है.
अजीम प्रेमजी के रिटायरमेंट के बाद रिशद संभाल रहे हैं काम
बता दें कि विप्रो के संस्थापक और कंपनी के मालिक अजीम प्रेमजी एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और प्रबंध निदेशक के पद से पिछले साल जुलाई में रिटायर हो गए थे. अजीम प्रेमजी के रिटायरमेंट के बाद करीब 1.60 लाख करोड़ की कंपनी विप्रो की कमान उनके बेटे रिशद ने संभाली थी. रिशद 5 सालों तक विप्रो के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन और प्रबंध निदेशक बने रहेंगे. हालांकि इस दौरान अजीम प्रेमजी विप्रो के नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और फाउंडर चेयरमैन के तौर पर जुड़े रहेंगे.
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रिशद साल 2007 में विप्रो से जुड़े थे. यहां उन्होंने इन्वेस्टर रिलेशन और कॉरपोरेट अफेयर्स से जुड़े काम की शुरुआत की. विप्रो में जुड़ने से पहले वो बेव कंपनी लंदन में काम करते थे. इसके अलावा रिशद ने जीई कैपिटल के साथ भी काम किया है. रिशद विप्रो की तरफ से चलाए जा रहे सामाजिक और शिक्षा से जुड़े कामों को भी देखते रहे हैं. यहां बता दें कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने साल 2014 में रिशद को यंग ग्लोबल लीडर के तौर पर सम्मानित किया था. रिशद आईटी कंपनियों के संगठन नैस्कॉम (NASSCOM) के चेयरमैन भी रहे हैं.