आप एक महिला हैं और खूब पैसा कमाना चाहती हैं तो एक शोध ने इसका खास तरीका
बताया है. इसका दावा है कि पुरुषों जैसी सोच रखने वाली महिलाएं ही इस मामले
में सफल हो पाती हैं.
अब आप सोच रहे होगे कि पुरुषों और महिलाओं के दिमाग में अंतर क्या होता है? वे कौन से गुण हैं जो दोनों की सोच की प्रक्रिया को अलग करते हैं. तो हम आपको बताते हैं कि कैसे पता चलेगा कि आपके पास पुरुष जैसा दिमाग है या महिला जैसा. कुछ आदतों के आधार पर दोनों तरह के दिमाग के अंतर को पहचाना जा सकता है :
अगर आपके पास पुरुष दिमाग है तो-
1) आप अपने काम की लिस्ट बनाना पसंद करेंगी.
2) आप नॉन-फिक्शन चीजें पढ़ना ज्यादा पसंद करेंगी.
1) तुरंत मिले लोगों से भी आसानी से बातचीत कर लेंगी.
2) नए कम्प्यूटर, कैमरा और किसी भी गैजेट्स की टेक्निकल जानकारी रखने में आपकी कोई दिलचस्पी नहीं होगी.
3) किसी पेंटिग को देखकर आपका फोकस उसकी टेक्नीक की बजाय सुंदरता पर होगी
इस शोध में यह बात सामने आई है कि एनालिटिकल दिमाग वाली महिलाएं उन महिलाओं की तुलना में 6.3 फीसदी ज्यादा कमाती हैं, जो अपना ध्यान भावनाओं और विचारों पर लगाती हैं. एक रिसर्चर बताते हैं कि यह बात स्पष्ट नहीं है कि आखिर क्यों पुरुषों जैसा सोचकर लोग बेहतर कर्मचारी बन जाते हैं. लेकिन हो सकता है कि इसका कारण पारंपरिक रूप से पुरुषों को ज्यादा पेमेंट किया जाना है.
रिसर्च में यह बात कही गई है कि महिला और पुरुष दोनों में ही पुरुष दिमाग (टाइप-S) या महिला दिमाग (टाइप-E) हो सकता है. पुरुष दिमाग (टाइप-S) वाले लोगों में एनालिटिकल जानकारी ज्यादा होती है. वहीं महिला दिमाग (टाइप-E) वाले लोगों में दूसरों की फीलिंग्स को बखूबी समझने का गुण होता है.
वे पुरुष जिनके पास 'पुरुष दिमाग' (टाइप-S) होता है, वे 'महिला दिमाग' यानी (टाइप-E) की तुलना में 9.8% ज्यादा कमाते हैं. वहीं, वे महिलाएं जिनके पास पुरुष दिमाग (टाइप-S) होता है, वे 'महिला दिमाग' की तुलना में 6.3% ज्यादा कमाती हैं.
'पुरुष दिमाग' से मैनेजमेंट, एडमिनिस्ट्रेशन, आईटी, इंजीनियरिंग और बैकिंग जैसे क्षेत्रों में बेहतर कमाई की जा सकती है. वहीं 'महिला दिमाग' से टीचिंग, सोशल वर्क और कस्टमर्स सर्विस जैसे क्षेत्रों में ज्यादा सैलरी कमा सकते हैं.