स्विट्जरलैंड के रिजॉर्ट शहर दावोस में विश्व आर्थिक मंच (WEF) की बैठक में दुनियाभर की अमीर और ताकतवर हस्तियां भाग लेने के लिए पहुंच रही हैं. कल यानी सोमवार से ये बैठक 5 दिन तक चलेगी. सम्मेलन में भारत के 100 से अधिक सीईओ भाग लेने वाले हैं.
दरअसल, दुनिया के दिग्गजों की यह बैठक ऐसे समय हो रही है जबकि वैश्विक अर्थव्यवस्था के संकट में जाने का अंदेशा बना हुआ है. वहीं अपने-अपने देशों में राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ब्रिटेन की टेरिजा मे, फ्रांस के एमैनुअल मैक्रां और रूस के व्लादिमिर पुतिन ने इस बार हिस्सा नहीं ले रहे हैं. जानकारों का मानना है कि इन नेताओं की गैरमौजूदगी में दुनिया के समक्ष जोखिमों को लेकर और अधिक गहन चर्चा की जरूरत है.
WEF में जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल, स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति यू माउरर, जापान के शिन्जो आबे, इटली के ग्यूसेप कांटे और इस्राइल के बेंजामिन नेतान्याहू के भाग लेने की संभावना है. इसके अलावा कई वैश्विक कंपनियों के सीईओ, केंद्रीय बैंकर, अर्थशास्त्री समाज के नेताओं, मीडिया प्रमुख, सेलिब्रिटीज, अंतरराष्ट्रीय संगठनों अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष, विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ), ओईसीडी और विश्वबैंक प्रमुख सहित कुल 3,000 से ज्यादा भागीदार बैठक में हिस्सा लेंगे.
दरअसल इस बैठक में पहले भारत की ओर से वित्त मंत्री अरुण जेटली और धर्मेंद्र प्रधान भाग लेने वाले थे, लेकिन अब वे इसमें शामिल नहीं होंगे. साथ ही आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी इसमें भाग नहीं ले रहे हैं.
भारत की ओर से इस बार डब्ल्यूईएफ की बैठक में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रमुख, आंध्र प्रदेश के मंत्री लोकेश नारा और पंजाब के मंत्री मनप्रीत बादल भाग ले रहे हैं.
इनके अलावा कई उद्योगपतियों में गौतम अडाणी, मुकेश अंबानी (पत्नी नीता और बच्चों आकाश और इशा के साथ), संजीव बजाज, एन चंद्रशेखरन, सज्जन जिंदल, आनंद महिंद्रा, सुनील मित्तल, नंदन नीलेकणि, सलिल पारेख, अजीम प्रेमजी और उनके पुत्र ऋषद, रवि रुइया तथा अजय सिंह डब्ल्यूईएफ बैठक में भाग लेंगे.