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50 हजार निकासी की सीमा के बाद यस बैंक के ATM में आधी रात को मची मारामारी, पुलिस अलर्ट

आरबीआई ने यस बैंक के ग्राहकों के लिए 50 हजार रुपये निकासी की सीमा लगा दी है. बताया जा रहा है कि आरबीआई का यह आदेश अगले एक महीने के लिए है. इसका मतलब यह है कि यस बैंक के ग्राहक एक महीने तक सिर्फ 50 हजार रुपये ही अपने खाते से निकाल सकेंगे.

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एटीएम से पैसे निकालने के लिए लाइन में लगे लोग
एटीएम से पैसे निकालने के लिए लाइन में लगे लोग

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  • जयपुर में यस बैंक के ATM के बाहर लगी कतार
  • महाराष्ट्रः मुंबई पुलिस ने फौरन जारी किया अलर्ट
  • यस बैंक की नेटबैंकिंग और एटीएम सेवा भी बंद
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यस बैंक के ग्राहकों के लिए 50 हजार रुपये निकासी की सीमा तय की है. आरबीआई ने यह कार्रवाई बैंक की आर्थिक हालत को देखते हुए की है. वहीं, इसकी सूचना आते ही यस बैंक के ग्राहकों में बेचैनी बढ़ गई. यस बैंक के ग्राहक जल्द से जल्द अपना पैसा निकालने में जुट गए. गुरुवार देर रात यस बैंक के एटीएम में लोगों की भीड़ जमा हो गई.

इस दौरान यस बैंक की नेटबैंकिंग और एटीएम सेवा भी बंद हो गई. इससे यस बैंक के खाता धारकों को चिंता और बढ़ गई. गुरुवार रात राजस्थान के जयपुर और महाराष्ट्र के मुंबई समेत कई इलाकों में यस बैंक के एटीएम में पैसा निकालने वालों की भीड़ देखने को मिली. आधी रात को लोग पैसा निकालने के लिए बैंक के एटीएम के बाहर कतार में लग गए. मुंबई में एटीएम भी रातोंरात खाली हो गए.

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इन सबको इस बात का डर सता रहा है कि बैंक में जमा इनकी गाढ़ी कमाई डूब सकती है. मुंबई में एटीएम में भीड़ बढ़ने पर पुलिस ने अलर्ट जारी कर दिया. दरअसल, आरबीआई ने यस बैंक के ग्राहकों के लिए 50 हजार रुपये निकासी की सीमा लगा दी है.

बताया जा रहा है कि आरबीआई का यह आदेश अगले एक महीने के लिए है. इसका मतलब यह है कि यस बैंक के ग्राहक एक महीने तक सिर्फ 50 हजार रुपये ही अपने खाते से निकाल सकेंगे.

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प्रशांत कुमार बनाए गए यस बैंक के एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त

इसके साथ ही पूर्व एसबीआई सीएफओ प्रशांत कुमार को यस बैंक का एडमिनिस्ट्रेटर नियुक्त किया गया है. इससे पहले गुरुवार को यह खबर आई थी कि सरकार ने देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई को यस बैंक में हिस्से.दारी खरीदने के लिए कहा है. इस खबर से यस बैंक के शेयर में 25 फीसदी से अधिक की तेजी आ गई थी.

आपको बता दें कि करीब 15 साल पहले शुरू हुए यस बैंक की आर्थिक हालत ठीक नहीं है. बैंक पर लगातार कर्ज बढ़ता जा रहा है. यस बैंक की बदहाली इतनी बढ़ गई है कि सिर्फ 15 महीने के भीतर बैंक के निवेशकों को 90 फीसदी से अधिक का नुकसान हो चुका है.

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अगस्ते 2018 में यस बैंक का जो शेयर 400 रुपये से अधिक में बिक रहा था, वो अब लुढ़ककर 30 रुपये से भी नीचे आ गया है. वहीं, सितंबर 2018 में यस बैंक का मार्केट कैप करीब 80 हजार करोड़ रुपये था, जो अब 9 हजार करोड़ के स्तुर पर आ गया है. इस हिसाब से बैंक के मार्केट कैप में 70 हजार करोड़ रुपये से ज्याभदा की कमी आई है.

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