एक्सिस बैंक (Axis Bank) ने अपने LGBTQIA+ कर्मचारियों, ग्राहकों को खास सुविधाएं देने के लिए नई नीति जारी की है. इसके तहत इस समुदाय के कर्मचारियों को मनमाफिक कपड़े पहनने की आजादी, ग्राहकों के लिए अपने सेम सेक्स पार्टनर को नॉमिनी बनाने की छूट आदि शामिल हैं. (फाइल फोटो)
एक्सिस बैंक ने सोमवार को अपने LGBTQIA+ ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए नीतियों और दस्तूर का एक चार्टर जारी किया है. LGBTQIA+ समुदाय में लेस्बियन, गे, बाइसेक्सुअल, ट्रांस, क्वीयर, इंटरसेक्स, असेक्सुअल आदि लोग आते हैं. (फाइल फोटो: Reuters)
गौरतलब है कि सितंबर 2018 के अपने ऐतिहासिक आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने यह आदेश दिया था कि दो वयस्क व्यक्ति यदि किसी प्राइवेट प्लेस में आपसी सहमति से किसी भी तरह का सेक्सुअल रिलेशन बनाते हैं तो उसे अपराध नहीं माना जाएगा. (फाइल फोटो: PTI)
क्या है नई नीतियों में: नई पॉलिसीज के मुताबिक बैंक के सभी कर्मचारी अब अपने पार्टनर का नाम मेडिक्लेम फायदों के लिए दे सकते हैं, चाहे वह पार्टनर किसी भी जेंडर, सेक्स या वैवाहिक स्थिति का हो. इससे खासकर उन गे, लेस्बियन कपल को मदद मिलेगी जो बिना शादी के साथ रहते हैं. (फाइल फोटो: Getty Images)
कपड़े पहनने की आजादी: यही नहीं कर्मचारी को किस रेस्टरूम में बैठना है वह अपनी जेंडर आइडेंटिटी या एक्सप्रेशन के मुताबिक चुन सकता है. कंपनी ने अपने बड़े दफ्तरों में सभी जेंडर के लिए रेस्टरूम बनाए हैं. यही नहीं, बैंक के कर्मचारी अपने जेंडर ओरिएंटेशन के मुताबिक कपड़ों का चुनाव करने के मामले में भी आजाद होंगे. (फाइल फोटो: Getty Images)
एक्सिस बैंक ने एक बयान में कहा, 'सर्वोच्च अदालत की भावना के अनुरूप और बैंक की व्यापक ESG प्रतिबद्धताओं को देखते हुए हमने एक #ComeAsYouAre पहल शुरू की है. यह बैंक के भीतर और ग्राहकों के लिए विविधता,समानता और समावेश अपनाने का एक चार्टर है. (फाइल फोटो: Reuters)
ग्राहकों के लिए ये सुविधाएं: बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए भी कई सुविधाएं दी हैं. बैंक के समुदाय के ग्राहकों को 20 सितंबर के बाद अपने सेम सेक्स पार्टनर के साथ बैंक में सेविंग अकाउंट या टर्म डिपॉजिट (FD) खोल सकेंगे. यही नहीं, वे सेम सेक्स पार्टनर को अपने सेविंग अकाउंट या टर्म डिपॉजिट के लिए नॉमिनी भी बना सकेंगे. ऐसे लोगों के लिए मिस्टर (Mr) या मिसेज (Mrs) की जगह खाते में नाम से पहले 'Mx' लगाने का विकल्प होगा. (फाइल फोटो: Getty Images) (www.businesstoday.in/ के इनपुट पर आधारित)