अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर बिग बाजार से जुड़ीं महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है. महिलाओं ने पीएम मोदी से अपनी जीविका की रक्षा के लिए हस्तक्षेप करने की अपील की है. महिलाओं का कहना है कि अगर उनका रोजगार छिन गया तो उन्हें और उनके पारिवार को गहरा झटका लगेगा. (Photo: File)
दरअसल, बिग बाजार को फ्यूचर रिटेल कंपनी चलाती है. कर्ज में डूब होने की वजह से फ्यूचर ग्रुप के संस्थापक किशोर बियानी ने अपना कारोबार रिलायंस इंडस्ट्रीज को बेचने के लिए 24,713 करोड़ रुपये में सौदा किया है. लेकिन इस सौदे के खिलाफ अमेजन कंपनी है और उसने अदालत का रुख किया है. (Photo: File)
पीएम मोदी को भेजे खत में बिग बाजार एसओएस समूह की महिलाओं ने लिखा, 'फ्यूचर रिटेल और रिलायंस के बीच एक समझौता हुआ है जिसके तहत फ्यूचर रिटेल के स्टोरों को रिलायंस इंडस्ट्रीज द्वारा चलाया जाएगा. रिलायंस ने इसके साथ ही फ्यूचर रिटेल के आपूर्तिकर्ताओं और विक्रेताओं के भी सभी बकाए का भुगतान करने की प्रतिबद्धता जताई है.' (Photo: File)
प्रधानमंत्री को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर भेजे गए इस खत में कहा गया है, 'कोरोना महामारी के दौरान जहां हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा, वहीं इस सौदे से हमें अपनी जीविका आगे भी बेहतर ढंग से जारी रहने की उम्मीद बंधी थी. लेकिन अमेजन द्वारा रिलायंस-फ्यूचर ग्रुप के बीच हुई डील को रोकने के प्रयास के चलते हमारी और हमारे परिवार की रोजी रोटी के समक्ष खतरा पैदा हो रहा है'. (Photo: File)
बिग बाजार से जुड़े इस समूह का दावा है कि उसके साथ दो लाख से अधिक महिलाएं जुड़ी हैं. इनमें 10 हजार के करीब महिलाएं तो सीधे फ्यूचर समूह से जुड़ी हैं, जबकि अन्य दो लाख के करीब महिलाएं अप्रत्यक्ष तौर पर अपनी जीविका समूह के जरिये कमाती हैं. ये महिला समूह फ्यूचर समूह के बिग बाजार ब्रॉन्ड के लिए उत्पादों की आपूर्ति करते हैं. समूह के अन्य ब्रांड जैसे एफबीबी, ईजीडे, हेरिटेज सिटी, डब्ल्यूएच स्मिथ और 7-इलेवन आदि को भी उत्पादों की आपूर्ति की जाती है. (Photo: File)
महिला समूह ने कहा है कि अगर फ्यूचर समूह-रिलायंस के बीच हुए समझौते में अमेजन को हस्तक्षेप करने देने की अनुमति दी गई तो इसका इन छोटे शहरों में जीविका का भरण पोषण करने वाले महिला समूहों पर बुरा असर होगा. देश के 6 हजार के करीब छोटे कारोबारियों और आपूर्तिकर्ताओं का फ्यूचर समूह पर 6,000 करोड़ रुपये का बकाया है. (Photo: File)