आईपीओ के नजरिये से साल 2020 अबतक शानदार रहा है. अब एक और दमदार आईपीओ अगले हफ्ते ओपन होने जा रहा है. शंघाई फोसन फार्मा की मेजोरिटी हिस्सेदारी वाली ग्लैंड फार्मा ने IPO से 6 हजार करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है. इस साल किसी फॉर्मा कंपनी का यह पहला आईपीओ है.
Gland Pharma ने IPO के जरिये 6 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है. चीन की मेजोरिटी हिस्सेदारी वाली किसी कंपनी का पहला IPO होगा. IPO के तहत 1,250 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू जारी किया जाएगा. जबकि 4,750 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) रखा जा सकता है.
IPO के लीड मैनेजर में सिटी, नोमुरा और कोटक महिंद्रा बैंक हैं. बैंकरों के मुताबिक हैदराबाद की दवा कंपनी ग्लैंड फार्मा 6,000 करोड़ रुपये का IPO ला रही है. यह देश में किसी भी दवा कंपनी का अब तक का सबसे बड़ा IPO है. इससे पहले यह रिकॉर्ड एरिस लाइफसाइंसेज के नाम था, जिसने 2017 में 1,741 करोड़ रुपये जुटाए थे.
इस फार्मा कंपनी में शंघाई फोसन फार्मा की मेजोरिटी हिस्सेदारी है. हॉन्ग कॉन्ग में लिस्टेड फोसन फार्मा ने अक्टूबर 2017 में ग्लैंड फार्मा में 74 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी. फोसन फार्मा ने प्राइवेट इक्विटी फर्म केकेआर से ग्लैंड फार्मा की हिस्सेदारी खरीदी थी और इसके लिए चीनी कंपनी ने 1.09 बिलियन डॉलर का निवेश किया.
यह हाल के समय का सबसे बड़ा IPO है. इस इश्यू के जरिये Fosun group और कंपनी के भारतीय फाउंडर अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे. इस आईपीओ से मिलने वाले ज्यादातर पैसे का इस्तेमाल कंपनी भारतीय कारोबार को बढ़ाने के लिए और वर्किंग कैपिटल जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी.
यही नहीं, ग्लैंड फार्मा की IPO इश्यू लाने की योजना पूरी होती है तो ये किसी चाइनीज कंपनी की मेजोरिटी हिस्सेदारी वाली एक भारतीय कंपनी का पहला बड़ा IPO इश्यू होगा. बता दें, ग्लैंड फार्मा हैदराबाद की कंपनी है. इसकी स्थापना 1978 में पीवीएन राजू ने की थी. कंपनी जेनरिक इंजेक्टेबल फार्मा प्रोडक्ट बनाती है.