अमेरिका में फेडरल रिजर्व के रेट हाइक (Fed Rate Hike) के बाद गोल्ड (Gold Demand) की ओर इन्वेस्टर्स का रुख तेज हुआ है. फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) ने बुधवार को नीतिगत ब्याज दर (Policy Rate) 0.50 फीसदी बढ़ाने का ऐलान किया. अमेरिकी सेंट्रल बैंक ने कई दशकों के हाई लेवल पर पहुंच चुकी महंगाई (Inflation) को नियंत्रित करने के लिए तेजी से ब्याज दरें बढ़ाने की स्ट्रेटजी तैयार की है. इसके बाद आज गुरुवार को सोने की कीमतों (Gold Prices) में उछाल देखी गई. भारत ही नहीं बल्कि ग्लोबल लेवल पर भी गोल्ड की डिमांड फेड के ऐलान के बढ़ गई है. (Photo: Reuters)
भारत की बात करें तो यहां सोने की कीमतों में आज 500 रुपये से ज्यादा की तेजी आई है. आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा 999 प्योरिटी वाला गोल्ड 565 रुपये महंगा होकर 51,620 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है. इसी तरह 995 प्योरिटी वाला गोल्ड 562 रुपये बढ़कर 51,413 रुपये प्रति 10 ग्राम का हो गया है. 916 और 750 प्योरिटी वाले गोल्ड की कीमतें भी क्रमश: 518 रुपये और 424 रुपये बढ़ी हैं. अब इनकी ताजी कीमत 47,284 रुपये और 38,715 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई हैं. घरेलू बाजार में सोने के भाव बढ़ने का मुख्य कारण ग्लोबल मार्केट में आई तेजी है. (Photo: Reuters)
ग्लोबल मार्केट की बात करें तो स्पॉट गोल्ड (Spot Gold) 0.90 फीसदी की तेजी के साथ 1,898.06 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया है. इससे पहले बुधवार को फेडरल रिजर्व के ऐलान के बाद इसके दाम में करीब 1 फीसदी की तेजी आई थी. यूएस गोल्ड फ्यूचर (US Gold Future) भी 1.4 फीसदी चढ़कर 1,894.20 डॉलर प्रति औंस हो गया है. (Photo: Reuters)
गोल्ड को इन्वेस्टर्स सुरक्षित निवेश मानते हैं. जब लागत बढ़ जाती है या शेयर मार्केट वोलेटाइल हो जाता है, इन्वेस्टर गोल्ड खरीदने लगते हैं. इकोनॉमिक अनसर्टेन्टी की स्थिति में भी इन्वेस्टर्स की पहली पसंद सोना बन जाता है. गोल्ड की डिमांड बढ़ने का एक और कारण डॉलर के भाव में गिरावट है. डॉलर अभी 1 सप्ताह के निचले स्तर के आस-पास ट्रेड कर रहा है. इस कारण भी विदेशी निवेशकों ने सोने में पैसा लगाना ज्यादा फायदेमंद समझा.