बचत के पैसे लोग तरह-तरह के साधनों में निवेश कर अच्छे रिटर्न हासिल करने की कोशिश करते हैं. आज निवेश करने के लिए शेयर बाजार, बैंक एफडी, म्यूचुअल फंड, सोना, चांदी जैसे निवेश के बहुत से विकल्प हैं. आइए जानते हैं कि इस साल जनवरी से अब तक यानी पिछले सात महीने में रिटर्न देने के मामले में सोना, चांदी, शेयर बाजार आदि में से कौन विजेता रहा है.
NSE निफ्टी
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के 50 शेयरों के सूचकांक को निफ्टी कहा जाता है. जनवरी से अब तक निफ्टी सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाले साधनों में से है. निफ्टी में 9.1 फीसदी की गिरावट आई है, यानी अगर इसमें किसी ने 100 रुपये लगाया तो उसका धन करीब 91 रुपये ही रह गया.
BSE सेंसेक्स
सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 30 शेयरों वाला सूचकांक है. जनवरी से अब तक सेंसेक्स में भी करीब 9 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि इस साल 20 जनवरी को सेंसेक्स अपने लाइफटाइम हाई 42,273.87 पर पहुंच गया था.
ELSS म्यूचुअल फंड
म्यूचुअल फंड ऐसे साधन होते हैं जिनके द्वारा निवेशकों का पैसा शेयर बाजार में या बॉन्ड आदि निवेश किया जाता है. इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) वाले फंड में पैसा सिर्फ शेयर बाजार में लगाया जाता है. इसमें टैक्स की बचत भी होती है, इसलिए यह ज्यादा लोकप्रिय हैं. जनवरी से अब तक ऐसे फंडों का औसत रिटर्न देखें तो इसमें 7.97 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न मिला है यानी निवेशकों को करीब 8 फीसदी का घाटा ही हुआ है.
बैंक FD
बैंकों की सावधि जमा योजनाएं यानी एफडी (FD) पर लोगों का काफी भरोसा रहा है. यह निवेश का एक ऐसा साधन है जिसमें इस साल की शुरुआत से अब तक निवेशकों को करीब 5 फीसदी का पॉजिटिव रिटर्न मिला है. यानी किसी ने 100 रुपये लगाए थे वे 105 रुपये हो गए.
सोना (Gold)
सोना यानी गोल्ड निवेशकों को कभी निराश नहीं करता. इसको निवेश का सदाबहार साधन माना जाता है, जिसमें नुकसान की गुंजाइश बहुत कम रहती है. इस साल तो सोने ने निवेशकों को मालामाल कर दिया है. 1 जनवरी 2020 को 10 ग्राम सोना 39,108 रुपये का था और 31 जुलाई तक इसकी कीमत बढ़कर 53,743 रुपये हो गई. यानी सात महीने में ही सोने ने निवेशकों को 37.4 फीसदी का जबरदस्त रिटर्न दिया है.
चांदी (Silver)
चांदी यानी सिल्वर ने इस साल निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है. जनवरी से जुलाई तक इसमें निवेश बनाये रखने वालों को 38.76 फीसदी का भारी रिटर्न मिला है. इस तरह निवेश के उक्त सभी साधनों में विजेता चांदी ही है. 1 जनवरी को एक किलो चांदी का मूल्य 46,105 रुपये था, जो 31 जुलाई को बढ़कर 63,975 रुपये पहुंच गया.
(www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित)