कोरोना संकट की वजह से तमाम सेक्टर्स प्रभावित हुए हैं. इनमें से एक रियल एस्टेट सेक्टर है. यह सेक्टर अभी भी दबाव में है. लॉकडाउन की वजह से आर्थिक गतिविधियां थम गई थीं, जिससे घरों की मांग में काफी गिरावट आई है.
दरअसल, लॉकडाउन हटाए जाने के बाद मांग में सुधार होने के बावजूद भी जुलाई से सितंबर के दौरान देश के सात प्रमुख शहरों में आवासीय इकाइयों की बिक्री सालाना आधार पर 35 फीसदी घटकर 50,983 इकाइयों पर आ गई है. एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है.
डेटा का विश्लेषण करने वाली कंपनी प्रॉप इक्विटी ने कहा कि साल भर पहले इसी अवधि के दौरान देश के सात प्रमुख शहरों दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद और पुणे में 78,472 इकाइयों की बिक्री हुई थी.
हालांकि, अप्रैल-जून तिमाही की तुलना में आवासीय इकाइयों की बिक्री में दो गुना से अधिक तेजी आई है. इस साल की अप्रैल-जून तिमाही में इन शहरों में 24,936 इकाइयों की बिक्री हुई थी.
पीटीआई के मुताबिक प्रॉपर्टी परामर्शदाता कंपनी एनारॉक ने पिछले हफ्ते कहा था कि इन सात शहरों में जुलाई से सितंबर के दौरान सालाना आधार पर आवासीय इकाइयों की बिक्री 46 फीसदी कम होकर 29,520 पर आ गई है.
प्रॉप इक्विटी के संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक (एमडी) समीर जसुजा ने कहा कि भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में कुछ सुधार दिख रहा है, पिछली तिमाही में कई परियोजनाएं शुरू हुई हैं. उन्होंने कहा कि त्योहारों के समय डेवलपर अधिक छूट और भुगतान के आकर्षक विकल्पों जैसी पेशकश करेंगे, जिनके कारण आगे भी ग्राहकों के आकर्षित होते रहने की उम्मीद है.