बजट में सरकारी ऐलान से शेयर बाजार में ऐसा जोश भरा है कि लगातार चौथे दिन सेंसेक्स-निफ्टी में तेजी जारी रही. हालांकि गुरुवार को गिरावट के साथ बाजार की ओपनिंग हुई थी. लेकिन फिर शानदार रिकवरी देखने को मिली. बाजार में लगातार तेजी से गुरुवार को एक बड़ा रिकॉर्ड बन गया.
शेयर बाजार में चौतरफा रैली की वजह से गुरुवार को BSE में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप पहली बार 200 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया है. गुरुवार को कारोबार के दौरान सेंसेक्स ने उच्चतम 50,687.45 अंक के स्तर को छुआ. जिस दौरान बीएसई में निवेशकों की पूंजी बढ़कर 200.52 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. आखिर में सेंसेक्स 50614 पर बंद हुआ. (Photo: File)
इससे पहले मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद बीएसई की कंपनियों का मार्केट कैप 198.43 लाख करोड़ रुपये था. बुधवार को ऐसी तेजी के पीछे ITC और बजाज फाइनेंस का अहम रोल रहा है. ITC के शेयर में करीब 6 फीसदी की तेजी और Bajaj Finance के शेयर 5 फीसदी की तेजी दर्ज की गई.
भारतीय शेयर बाजार में जोरदार तेजी के पीछे विदेशी निवेशकों का भी बड़ा रोल है. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (FPI) ने 2020-21 के दौरान अब तक रिकॉर्ड 31.70 अरब डॉलर का निवेश किया है. इससे पहले वित्त वर्ष 2012-13 में विदेशी निवेशकों ने 25.8 अरब डॉलर का निवेश किया है. (Photo: File)
गौरतलब है कि 15 जनवरी 2015 को बीएसई की कंपनियों का मार्केट कैप 100 लाख करोड़ रुपये था. यानी करीब 6 साल में बीएसई की कंपनियों का मार्केट कैप दोगुना हो गया. 200 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के पीछे साल-2021 में जोरदार तेजी भी एक कारक है. (Photo: File)
इससे पहले पिछले महीने करीब एक दशक के बाद बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप देश की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) से ज्यादा हो गया था. अब तो ये फासला और बढ़ गया है. इससे पहले सितंबर 2010 में जीडीपी से आगे BSE का कुल मार्केट कैप निकल गया था. (Photo: File)
मालूम हो कि कोरोना संकट के दौरान GDP और शेयर बाजार दोनों में भारी गिरावट दर्ज की गई थी. लेकिन शेयर बाजार अपने मार्च के लो से रिकवर करते हुए अब लगातार उच्चतम स्तर का नया रिकॉर्ड बना रहा है. वहीं जीडीपी में अभी संकुचन देखने को मिल रहा है. शेयर बाजार में शानदार तेजी की वजह से लगभग सभी कंपनियों के मार्केट कैप में भी भारी उछाल आया है. (Photo: File)