कोरोना की दूसरी लहर ने भी इकोनॉमी पर गंभीर चोट पहुंचाई. मई और जून में अर्थव्यवस्था के हर मोर्चे पर कोरोना संकट का तगड़ा असर देखने को मिला. लेकिन जुलाई महीने के जिस तरह आंकड़े सामने आ रहे हैं, उसमें इकोनॉमी में तेज रिकवरी के संकेत मिल रहे हैं. अगस्त महीने के पहले दिन ही कई आंकड़े सामने आए हैं, जो मोदी सरकार के लिए अच्छी खबर है.
1. GST कलेक्शन में 33% का उछाल
लगातार 8 महीने यानी मई तक GST कलेक्शन 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक रहने के बाद जून में कोरोना संकट की वजह से लुढ़क गया था. लेकिन जुलाई में एक बार फिर जीसीटी में शानदार कलेक्शन का आंकड़ा सामने आया है. जुलाई में जीएसटी कलेक्शन 33 फीसदी बढ़कर 1.16 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है.
जुलाई के जीएसटी राजस्व के आंकड़ों से अर्थव्यवस्था में तेज रिकवरी के संकेत मिल रहे हैं. इससे पहले जून-2021 में जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपये से कम यानी 92,849 करोड़ रुपये रहा था. जबकि जुलाई-2020 में जीएसटी कलेक्शन 87,422 करोड़ रुपये रहा था.
2. बिजपी खपत में इजाफा
दूसरी लहर के बाद पाबंदियों में छूट से देश की बिजली की खपत जुलाई में करीब 12 फीसदी बढ़कर 125.51 अरब यूनिट (बीयू) पर पहुंच गई. यह महामारी पूर्व के स्तर के लगभग बराबर है. बिजली मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. इस साल अप्रैल से बिजली की व्यावसायिक और औद्योगिक मांग राज्यों द्वारा लगाए गए अंकुशों से प्रभावित हुई थी.
जुलाई- 2020 में बिजली की खपत 112.14 अरब यूनिट रही थी. यह महामारी से पहले यानी जुलाई- 2019 के 116.48 अरब यूनिट के आंकड़े से थोड़ा ही कम है. विशेषज्ञों का कहना है कि जुलाई में बिजली की मांग में सुधार की प्रमुख वजह मॉनसून में देरी और राज्यों द्वारा अंकुशों में ढील के बाद आर्थिक गतिविधियों में तेजी आना है. आगामी महीनों में इसमें और सुधार की उम्मीद है.
3. कच्चे इस्पात के उत्पादन में उछाल
भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन जून में सालाना आधार पर 21.4 प्रतिशत बढ़कर 94 लाख टन हो गया. वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन के मुताबिक पिछले साल जून कच्चे इस्पात का उत्पादन 69 लाख टन था. वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन को रिपोर्ट करने वाले 64 देशों का उत्पादन जून 2021 में 16.79 करोड़ टन था, जो जून 2020 की तुलना में 11.6 प्रतिशत अधिक है.
4. वाहनों की बिक्री में उछाल
मारुति सुजुकी: जुलाई महीने में वाहनों की बिक्री में भी तेज उछाल दर्ज किया गया है. देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी की सालाना आधार पर जुलाई में 50 फीसदी बिक्री बढ़ी. कंपनी ने पिछले महीने कुल 1,62,462 गाड़ियां बेचीं. इसमें से 1,36,500 गाड़ियां भारत में बेची और 21,224 गाड़ियों को एक्सपोर्ट किया है. जबकि 4,738 गाड़ियां ओरिजनल इक्विपमेंट मैनुफैक्चरर की थी. कंपनी ने जुलाई 2020 कुल 1,08,064 वाहन बेचे थे.
वहीं हुंडई मोटर इंडिया ने बताया कि जुलाई में उसकी बिक्री सालाना आधार पर 46 फीसदी बढ़ी है. कंपनी जुलाई-2021 में कुल 60,249 यूनिट्स बेचने में सफल रही है. जबकि एक साल पहले समान अवधि में हुंडई ने कुल 41,300 यूनिट्स गाड़ियां बेची थीं.
बिक्री में मामले में टाटा मोटर्स ने जुलाई में शानदार 92 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है. जुलाई में कुल 51,981 टाटा की कारें बिकीं. जबकि जुलाई-2020 में कंपनी ने कुल 27,024 गाड़ियां बेची थीं. यही नहीं, महीने-दर-महीने के आधार पर भी बिक्री 19 फीसदी बढ़ी है. जून-2021 में कुल 43,704 गाड़ियां बिकी थीं.