आयकर बचाने के लिए राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में आप अधिकतम 50,000 रुपये जमा कर सकते हैं. आयकर कानून की 80CD (1B) धारा के तहत आप NPS में की जाने वाली बचत पर 80(C) के अतिरिक्त कर लाभ उठा सकते हैं.
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NPS में की जाने वाली बचत को अगर आप हाइ्ब्रिड सेविंग मोड मतलब कि बांड और इक्विटी दोनों में निवेश करते हैं तो तीन साल की अवधि में यह अच्छा रिटर्न देता है. बीते कुछ समय में इसने डबल डिजिट रिटर्न भी दिया है. लेकिन कम ब्याज दर इसके रिटर्न को घटा सकती है.
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ELSS Funds में निवेश करने पर आप आयकर कानून की 80(C) धारा के तहत कर योग्य आय में 1.50 लाख रुपये तक की बचत कर सकते हैं. इसमें किए निवेश पर 3 साल का लॉकइन पीरियड होता है.
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पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवाएं देने वाली कंपनी Green Portfolio के सह-संस्थापक दिवम शर्मा की राय है कि ELSS Funds तीन साल की अवधि NPS, PPF इत्यादि किसी भी निवेश विकल्प से बेहतर रिटर्न देता है. ऐसे में यह टैक्स सेविंग के साथ-साथ वेल्थ क्रिएशन का बढ़िया विकल्प है.
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दिवम शर्मा कहते हैं कि NPS में हाइब्रिड निवेश विकल्प के लिए निवेशक HDFC Pension Management या SBI Pension Funds को फंड मैनेजर के तौर पर चुन सकते हैं. जबकि ELSS Funds में निवेश के लिए BNP Paribas Long Term Equity Fund, BOI Axa Tax Advantage Fund और
Canara Robeco Equity Tax Saver Fund वगैरह में किसी का चुनाव किया जा सकता है.
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