कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए कई राज्य अपने-अपने हिसाब से रोकथाम के लिए कदम उठा रहे हैं. फिलहाल हर रोज कोविड-19 पॉजिटिव मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पिछले 24 घंटों में कोरोना से 513 लोग दम तोड़ चुके हैं, जबकि 93,000 से ज्यादा मामले देश भर में सामने आए हैं. (Photo: File)
सबसे ज्यादा गंभीर मामला महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में है. महाराष्ट्र में 49,000 से ज्यादा मामले सामने आए. जिससे उद्धव सरकार भी हरकत में आ गई है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का कहना है कि अगर केस नहीं रुकते हैं तो फिर सख्त कदम उठाने पड़ सकते हैं. मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है. ऐसे में शेयर बाजार भी सहमा हुआ है. (Photo: File)
शेयर बाजार के जानकार मान रहे हैं कि कोविड की दूसरी लहर जिस तेजी में है, उससे निकट भविष्य में बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है. महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में स्थिति संकटपूर्ण है. ऐसी स्थिति को देखते हुए मध्य प्रदेश-महाराष्ट्र की सीमा को सील कर दिया गया है. ऐसे में अगले हफ्ते कोरोना के बढ़ते-घटते मामले शेयर बाजार के लिए एक अहम घटक होगा. (Photo: File)
शेयर बाजारों की दिशा अगले हफ्ते रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा, वृहद आर्थिक आंकड़ों, कोविड-19 संक्रमण के रुख और वैश्विक संकेतकों से भी तय होगी. सबसे प्रमुख घटनाक्रम केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक है. रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास की अगुवाई वाली एमपीसी की बैठक 5 से 7 अप्रैल तक होनी है. (Photo: File)
कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजों का सीजन शुरू होने जा रहा है. ऐसे में अब निवेशकों की निगाह इन पर भी रहेगी. कंपनियों के तिमाही नतीजों का सत्र अप्रैल मध्य से शुरू होगा. कई दिग्गजों कंपनियों के नतीजे मध्य अप्रैल में आने वाले हैं. (Photo: File)