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23 मार्च का वो जख्म हर निवेशक को होगा याद, साल भर में फर्श से अर्श पर बाजार

जब बाजार में लगा था लोअर सर्किट
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पिछले साल 22 मार्च को देश में कोरोना को रोकने के लिए सरकार ने एक दिन का जनता कर्फ्यू लगाया गया था. जिसके बाद लोगों के मन में कई तरह के सवाल पनप रहे थे, लोग सहमे हुए थे. लोग जानना चाह रहे थे कि अब सरकार का अगला कदम क्या होगा? जनता कर्फ्यू का सबसे ज्यादा खौफ अगले दिन शेयर बाजार में देखने को मिला था. (Photo: File)

झटके में डूब गए थे लाखों करोड़ रुपये
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कोरोना महामारी के खौफ से 23 मार्च 2020 को भारतीय शेयर बाजार में बिकवाली हावी था. बाजार खुलते ही सुबह 10 बजे लोअर सर्किट लगने से कारोबार थम गया, निवेशक जब तक कुछ समझ और संभल पाते, उससे पहले BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 10,29,847 करोड़ रुपये घटकर 1,05,79,296 करोड़ रुपये हो गया. जिससे शुरुआती एक घंटे में ही निवेशकों के करीब 10 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए. (Photo: File)  

23 मार्च 2020 को बाजार में भारी गिरावट
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23 मार्च की गिरावट से निवेशकों में हाहाकार मच गया था. मार्च और उसके कुछ महीनों बाद तक किसी ने ये उम्मीद नहीं की थी कि भारतीय शेयर बाजार में इतनी जोरदार तेजी आएगी और फरवरी-2021 तक सेंसेक्स-निफ्टी 23 मार्च के अपने निचले स्तर से दोगुने हो जाएंगे. (Photo: File)
 

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निवेशकों में एक खौफ था
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आज से ठीक एक साल पहले निवेशकों में एक खौफ था कि बाजार कहां जाकर संभलेगा. लेकिन 23 मार्च को रिकॉर्ड गिरावट के बाद बाजार ने वहीं से सपोर्ट लिया और बाजार की चाल बदल गई. 23 मार्च 2020 के गिरावट के बाद बाजार से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा है. (Photo: File)

पिछले एक साल में सेंसेक्स-निफ्टी में 100 फीसदी की तेजी
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23 मार्च 2020 को भारी गिरावट के बाद सेंसेक्स 25,981.24 पर बंद हुआ था, और निफ्टी 7,610.25 पर सेटल हुआ था. वहीं एक साल बाद 22 मार्च 2021 को सेंसेक्स 49,770 पर और निफ्टी 14,736 पर बंद हुआ. यानी पिछले एक साल में सेंसेक्स-निफ्टी में 100 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. (Photo: File)

शानदार तेजी ने लोगों को हैरान किया
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शेयर बाजार में शानदार तेजी ने लोगों को हैरान किया, लेकिन अब निवेशकों को विश्वास हो चुका है, ये तेजी टिकाऊ है. पिछले साल मार्च के बाद बाजार में तेजी से कुछ निवेशक इस बात से डरे हुए थे कि कहीं फिर से बाजार में भूचाल न आ जाए. क्योंकि शेयर बाजार की चाल इकोनॉमी की रफ्तार के मुकाबले विपरीत जाती दिख रही थी. (Photo: File)

कोरोना की वजह से संकट में अर्थव्यवस्था
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गौरतलब है कि कोरोना संकट की वजह से अर्थव्यवस्था पर चौतरफा मार पड़ी है. इस महामारी को रोकने के लिए लॉकडाउन जैसे कड़े फैसले लेने पड़े. इस महामारी ने जन-धन दोनों को हानि पहुंचाई. लेकिन आज शेयर बाजार अपने उच्चतम स्तर के आसपास है. लेकिन आज से ठीक एक साल पहले का वो खौफनाक मंजर दशकों तक लोगों को याद रहेगा. (Photo: File)

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