Adani Wilmar Share Price: अडानी विल्मर के शेयरों में लिस्टिंग के दिन से 10 फरवरी तक शानदार तेजी देखी गई. उसके बाद से शेयर में गिरावट का सिलसिला जारी है. Adani Wilmar शेयरों की लिस्टिंग 8 फरवरी को हुई थी.
सोमवार (21 फरवरी) को भी अडानी विल्मर (Adani Wilmar) के शेयरों में गिरावट हावी है. शेयरों में 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. सोमवार को 351.90 पर शेयर ओपन हुआ और 9.40 बजे 326.80 रुपये तक पहुंच गया.
दोपहर 1 बजे स्टॉक 3.73 फीसदी की गिरावट के साथ 341 रुपये पर कारोबार कर रहा था. 8 फरवरी से 10 तक तक में Stock में शानदार तेजी दर्ज की गई थी. लेकिन उसके बाद से गिरावट हावी है. शेयर अपने 10 फरवरी के हाई से 90 रुपये से ज्यादा गिर चुका है.
तेजी पर बेक्र
10 फरवरी को अडानी विल्मर का स्टॉक का 419.90 रुपये तक पहुंच गया था, जो अब गिरकर 326 रुपये के आसपास आ गया है. शुरुआती 3 दिन में 60 फीसदी से ज्यादा स्टॉक चढ़ा था. 8 फरवरी को करीब 4 फीसदी के डिस्काउंट पर लिस्ट हुआ था. इसके बाद स्टॉक ने रिकवरी की और उसी दिन 18 फीसदी की जबरदस्त तेजी के साथ बंद हुआ. इसके बाद लगातार दो दिन तक इस स्टॉक में अपर सर्किट लगा.
अडानी विल्मर में गौतम अडानी (Gautam Adani) के अडानी समूह की 50 फीसदी हिस्सेदारी है. बाकी 50 फीसदी हिस्सेदारी सिंगापुर के विल्मर समूह (Wilmar Group) के पास है. यह अडानी समूह की 7वीं कंपनी है, जो शेयर मार्केट में उतरी है. अडानी समूह की अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी ग्रीन एनर्जी, अडानी पोर्ट एंड सेज, अडानी पावर, अडानी टोटल गैस और अडानी ट्रांसमिशन पहले से ही शेयर मार्केट में लिस्टेड है.
कंपनी ने आईपीओ से जुटाए इतने पैसे
अडानी विल्मर आईपीओ 27 जनवरी को खुला था और 31 जनवरी को बंद हुआ था. इसे 17 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब किया गया. कंपनी ने आईपीओ से पहले एंकर इन्वेस्टर्स (Anchor Investors) से 940 करोड़ रुपये जुटा लिए थे. इस आईपीओ के लिए 218 से 230 रुपये का प्राइस बैंड (Adani Wilmar IPO Price Band) तय किया गया था. कंपनी इस इश्यू से 3,600 करोड़ रुपये जुटाने में सफल रही है.