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गजब की कंपनी, 25 साल पूरे होने पर कर्मचारी ही नहीं, उनकी पत्नी-बच्चों पर भी गिफ्ट की बौछार!

एरीज ग्रुप ऑफ कंपनीज के CEO सोहन रॉय का कहना है कि किसी भी बिजनेस की सफलता उसके कर्मचारियों की खुशी से जुड़ी होती है. हमें यकीन है कि इस तरह की पहल कर्मचारियों और उनके परिवारों के बीच बंधन को मजबूत करेगी और एरीज ग्रुप परिवार का हिस्सा होने में गर्व की भावना को बढ़ावा देगी.

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कंपनी ने 25 साल पूरे करने पर किया सिल्वर जुबली गिफ्ट का ऐलान
कंपनी ने 25 साल पूरे करने पर किया सिल्वर जुबली गिफ्ट का ऐलान

संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में मौजूद एक भारतीय कंपनी ने अपने 25 साल पूरे होने पर अपने कर्मचारियों को तोहफा देने का ऐलान किया है. खास बात ये है कि कंपनी इस सेलिब्रेशन को सिर्फ कर्मचारी तक ही सीमित नहीं रख रही है, बल्कि उनके माता-पिता, पत्नी और बच्चों को भी इसमें शामिल किया जा रहा है. Aries Group Of Companies के CEO ने इस मौके पर कर्मचारी और उनके परिवार को उपहार के रूप में 13.4 मिलियन दिरहम (300 मिलियन या 30 करोड़ रुपये) देने की घोषणा की है. इस बड़े तोहफे को बांटने के लिए कंपनी ने गजब का फॉर्मूला भी बनाया है. 

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कंपनी दे रही 'सिल्वर जुबली गिफ्ट'
Aries Group ने तोहफे के रूप में 30 करोड़ रुपये बांटने के ऐलान के साथ अपनी 25वीं वर्षगांठ धूमधाम से मनाई. भारत से 25 कर्मचारियों के परिजनों को इस समारोह में शिरकत करने के लिए यूएई भेजा गया था. कंपनी के सीईओ सोहन रॉय (Sohan Roy) ने अपने कर्मचारियों के लिए 'सिल्वर जुबली गिफ्ट' का ऐलान किया. ये इंक्रीमेंट और इन्सेंटिव के अलावा कर्मचारियों के लिए एनिवर्सरी का खास तोहफा होगा. सीईओ की ओर से कहा गया कि हमने 25 साल पूरे किए हैं और हम अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों की प्रतिबद्धता और दक्षता के लिए आभारी हैं, जिन्होंने हमारा समर्थन किया है. उन्होंने आगे कहा कि कर्मचारी हमारे ग्रुप के लिए जो कर रहे हैं, उसके लिए धन्यवाद कहने का ये हमारा तरीका है.

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कर्मचारी की पत्नियों के लिए ये पहल 
दरअसल, कर्मचारी के साथ ही उनकी पत्नी-बच्चों और माता-पिता को तोहफा देने की पहल शारजाह हेडक्वार्टर वाली इस कंपनी के सीईओ सोहन रॉय (Sohan Roy) ने शुरू की हुई है. कंपनी ने इसके तहत कर्मचारियों की बेरोजगार पत्नियों को प्रोत्साहन देने, वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए घर बनाने और कर्मचारियों के बच्चों को शिक्षा भत्ता और छात्रवृत्ति प्रदान देने जैसी कई अन्य योजनाएं लागू की हैं. जिन कर्मचारियों की पत्नी हाउसवाइफ हैं या कोई काम नहीं करती हैं, उन्हें कंपनी की ओर से सैलरी दिए जाने की पहल की गई है. इसके लिए एक फॉर्मूला है, जिसके तहत कर्मचारी के टेकहोम सैलरी का 25 फीसदी उनकी पत्नियों को देने का फैसला किया गया है. 

इस फॉर्मूले का होता है इस्तेमाल
जिन कर्मचारियों ने कंपनी में अपने तीन साल पूरे कर लिए हैं, ये लाभ उनकी पत्नियों को दिया जा रहा है. CEO Sohan Roy के मुताबिक, पति जितना कमाएंगे, उसका 25 फीसदी उनकी पत्नियों के खाते में भी जाएगा. दरअसल, कर्मचारियों की पत्नियों को प्रोत्साहन देने का फैसला कंपनी में कोरोना काल के दौरान किया दया था. खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी मैनेजमेंट ने अपने ऐसे कर्मचारियों की पत्नियों का डेटाबेस भी तैयार किया है, जो नौकरीपेशा नहीं हैं. साल 2021 में कंपनी ने इस पहल पर काम शुरू किया था. 

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25 देशों में कंपनी का कारोबार
एरीज ग्रुप ऑफ कंपनीज के CEO सोहन रॉय मूल रूप से भारतीय हैं. मरीन इंजीनियर रह चुके सोहन रॉय ने साल 1998 में इस कंपनी की शुरुआत की थी. उनकी कंपनी में 2000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं और ग्रुप का कारोबारकरीब 25 देशों में फैला हुआ है. सोहन रॉय के मुताबिक,  'हम मानते हैं कि किसी भी बिजनेस की सफलता उसके कर्मचारियों की खुशी से जुड़ी होती है. हमें यकीन है कि इस तरह की पहल कर्मचारियों और उनके परिवारों के बीच बंधन को मजबूत करेगी और एरीज ग्रुप परिवार का हिस्सा होने में गर्व की भावना को बढ़ावा देगी.

 

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