अगर आप बुढ़ापे में किसी पर भी आर्थिक रूप से निर्भर नहीं रहना चाहते हैं, तो अभी से ही अटल पेंशन योजना (Atal Pension Scheme) में निवेश की शुरुआत कर दीजिए. सरकार की इस स्कीम में निवेश कर आप हर महीने 1000 से लेकर 5000 रुपये तक राशि पेंशन के रूप में प्राप्त कर सकते हैं. बुढ़ापे में पेंशन सबसे बड़ा सहारा होता है. आप हर महीने एक छोटी-सी राशि जमाकर अपने बुढ़ापे को आर्थिक रूप से सुरक्षित कर सकते हैं और आपको अपनी जरूरतों के लिए किसी के भरोसे नहीं रहना पड़ेगा.
पिछले महीने बदला था नियम
सरकार ने पिछले महीने इस स्कीम के नियम में बदलाव किया था. सरकार के नए नियम के अनुसार इनकम टैक्स का भुगतान करने वाले लोग (Taxpayers) इस स्कीम का फायदा नहीं उठा सकते हैं. 1 अक्टूबर 2022 से ये बदलाव लागू हो चुका है. अटल पेंशन योजना में निवेश करने वालों को इनकम टैक्स में छूट का प्रावधान है.
इतने रुपये के निवेश से मिलेगा पेंशन
अटल पेंशन योजना में अगर कोई 18 साल की उम्र से निवेश की शुरुआत करता है, तो उसे 60 साल के बाद हर माह 5 हजार रुपये पेंशन पाने के लिए 210 रुपये प्रति माह जमा करने होंगे. वहीं, केवल 1000 रुपये की मासिक पेंशन पाने के लिए आपको 42 रुपये, 2000 रुपये मासिक पेंशन पाने के लिए 84 रुपये, 3000 रुपये पाने के लिए 126 रुपये और 4000 रुपये की पेंशन के लिए 168 रुपये प्रति माह जमा करने होंगे.
क्या है खासियत?
अटल पेंशन स्कीम की खासियत ये है कि आप जितनी कम उम्र में इसमें निवेश की शुरुआत करेंगे आपको उतना अधिक फायदा मिलेगा. नियम के अनुसार 18 साल से 40 साल तक की उम्र का कोई भी भारतीय नागरिक (सिर्फ इनकम टैक्सपेयर्स छोड़कर ) सरकार की इस पेंशन योजना से जुड़ सकता है. 60 साल की उम्र के बाद वो 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक का पेंशन उठा सकता है.
टैक्स पर छूट
अटल पेंशन में यह भी सुविधा है कि इसमें जो राशि जमा की जाती है, उसमें कभी भी बदलाव किया जा सकता है. मतलब अपने सुविधा अनुसार बढ़ा- घटा सकते हैं. अटल पेंशन योजना (APY) में निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक के टैक्स बेनिफिट (Tax Benefits) की भी सुविधा है.
क्या है अटल पेंशन योजना?
बुढ़ापे में पेंशन की चिंता से मुक्ति दिलाने के लिए भारत सरकार ने 2015-16 में अटल पेंशन योजना की शुरुआत की. इस योजना का लाभ मुख्य रूप से वैसे लोग ले सकेंगे जो किसी भी तरह का सरकारी पेंशन का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. इन योजना का लाभ 18 से 40 वर्ष तक के लोग ले सकते हैं. इसमें पेंशन की राशि बेनिफिशियरी द्वारा जमा किए गए निवेश और उम्र के हिसाब से तय होती है.
नॉमिनी को मिलता है लाभ
इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह योजना लोगों के मरने के बाद भी उनके परिवार को लाभ पहुंचाते रहेगा. अगर निवेशक की मृत्यु हो जाती है, तो योजना का लाभ उसके नॉमिनी को मिलता है.