बीमा (Insurance) आज के समय में बेहद अहम चीज हो गई है और इसकी अहमियत कोरोना काल (Corona) के समय आम से लेकर खास सभी को समझ आ गई है. लेकिन, आमतौर पर देखा जाता है कि व्यक्ति एक बीमा पॉलिसी लेकर भूल जाता है और उसी के भरोसे रहता है. लेकिन, ये सही नहीं है, बल्कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ अपनी बीमा पॉलिसी में बदलाव करना बेहद जरूरी है. दरअसल, बढ़ती उम्र के साथ-साथ हमारी जरूरतें भी बदलने लगती हैं और ऐसे में उम्र के हिसाब से Insurance Plicy की जरूरत भी बदलती है, तो जरूरी है कि उम्र के अलग-अलग पड़ाव के हिसाब से आप सही इंश्योरेंस को चुनें.
युवा वर्ग के लिए ये बीमा लाभदायक
आमतौर पर देखा जाता है कि 20 से 25 साल की उम्र में युवा नौकरी की शुरुआत कर देते हैं. इस उम्र में Job की शुरुआत के साथ ही उन्हें बीमा पॉलिसी ले लेनी चाहिए. एक्सपर्ट्स भी कहते हैं कि करियर की शुरुआत के साथ वित्तीय बोझ बहुत कम होते हैं, हालांकि माता-पिता और घर की जिम्मेदारी इनमें से बहुत सारे युवाओं को जरूर हो सकती है. इसलिए सबसे पहले स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) लेना सबसे जरूरी है. वहीं नौकरी शुरू करते समय डिसेबिलिटी से जुड़ा बीमा या फिर पर्सनल एक्सीडेंटल बीमा भी लेना चाहिए. आज ज्यादातर युवा पेशेवर कार-बाइक का इस्तेमाल करते हैं, तो व्हीकल इंश्योरेंस के साथ टर्म प्लान के बारे में भी सोचना लाभदायक रहेगा.
25-40 की उम्र में कौन सा बीमा कवर?
युवा वर्ग के बाद बात करें 25 से 40 वर्ष की उम्र के लिए जरूरी बीमा पॉलिसी (Insurance Policies) के बारे में, तो इस उम्र में व्यक्ति के जीवन में बहुत बदलाव आते हैं. शादी, बच्चे होने के साथ ही उनकी जिम्मेदारियों में भी इजाफा हो चुका होता है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि इस उम्र में बीमा लेते समय बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि इसी दौरान बीमा की जरूरत भी सबसे ज्यादा बढ़ती है. इस उम्र के व्यक्ति को हेल्थ इंश्योरेंस में अपनी फैमिली को तो शामिल करना ही चाहिए, इसके साथ ही टर्म प्लान लेना भी जरूरी है. वहीं अगर आपने घर लिया है और उस पर Home Loan चल रहा है, तो फिर इस होम लोन को कवर करने के लिए भी कोई इंश्योरेंस प्लान लेना फायदेमंद होगा.
45 से 55 साल के पड़ाव पर ये जरूरतें
जैसा कि बताया कि 25 से 40 वर्ष की उम्र ऐसी होती है, जिसमें जरूरतें और खर्चे तेजी से बढ़ते हैं. लोग होम-लोन से लेकर जरूरत के हिसाब से कई तरह के कर्ज ले लेते हैं. हालांकि, 45 से 55 वर्ष का पड़ाव ऐसा होता है, जब आमतौर पर होम लोन खत्म होने की कगार पर होता है, लेकिन दूसरे बड़े खर्च सामने होते हैं, जिनमें सबसे बड़ा बच्चों की उच्च शिक्षा का बोझ हो जाता है. इसलिए बीमा की जरूरत अब भी रहती है क्योंकि आय की सुरक्षा, बड़े लोन को कवर करने, भविष्य के लक्ष्यों के लिए कवर जरूरी है. ऐसे में इस समय टर्म इंश्योरेंस को जारी रखना अहम है. इसके अलावा किसी तरह के पेंशन प्लान के बारे में भी सोच सकते हैं, जबकि इस उम्र में अच्छा मेडिकल इंश्योरेंस होना बेहद जरूरी है.