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पानी (Water), जीवन के लिए सबसे अहम है और ये कमाई का भी बड़ा जरिया बन चुका है. बोतलबंद पानी का कारोबार (Bottled Water Business) लगातार विस्तार कर रहा है और बिसलेरी (Bisleri) से किनली (Kinley) तक देश में कई बड़ी कंपनियां बोलबंद पानी के कारोबार से जुड़ी हुई हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं नामी और रजिस्टर्ड कंपनियों के अलावा इस कारोबार में कई ऐसी कंपनियों और लोग भी जुड़े हुए हैं, जो पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर (Packaged Drinking Water) के नाम पर लोगों की जेब ही नहीं, बल्कि जान के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं.
ISI मार्क के ऊपर दिए कोड से पहचान
20 रुपये की पानी की बोतल खरीदते हैं, तो उसके असली और मिनरलयुक्त होने की पहचान जरूर कर लें. इसका पता पानी के स्वाद से लगा पाना मुश्किल होता है, लेकिन हम आज आपको एक तरीका बताने जा रहे हैं, जिसके जरिए आप बिना बोतल को खोले ही इसके असली या नकली होने का पता लगा सकते हैं. दरअसल, जब भी आप किसी दुकान से पानी की बोतल खरीदें, तो उस बोतल पर अंकित ISI मार्क के ऊपर एक कोड लिखा होता है. ये कोड होता है IS-14543, इसे देखकर आप समझ सकते हैं कि ये पानी की बोतल ठीक है और पीने लायक है.
कोड कॉपी होने का डर, फिर क्या उपाय?
अब अब सवाल उठता है कि महज एक कोड के जरिए अगर पैकेज्ड वाटर बोटल की पहचान संभव होती है, तो फिर धोखाधड़ी करने वाले या नकली पानी बेचने वाले इस कोड को भी आसानी से कॉपी कर सकते हैं और अपनी पैकेजिंग पर इसका इस्तेमाल कर सकते हैं और बाजार में बेच सकते हैं. तो आपके इस सवाल का समाधान भी हम बताते हैं. आपको करना बस इतना होगा, कि अपने मोबाईल फोन पर गूगल प्ले स्टोर ओपन करके BIS Care नामक ऐप डाउनलोड करना होगा.
फोन के जरिए भी कर सकते हैं पहचान
फोन में BIS Care App इंस्टाल होने के बाद आप इस बात का पता लगा सकते हैं कि आपके द्वारा दुकान से खरीदा जा रहा पानी स्वास्थ्य के लिए कितना ठीक है, ये कहां पैक हुआ है और इसमें क्या-क्या मिनरल्स हैं. इस ऐप को खोलने पर आपके मोबाइल फोन पर कुछ आइकन्स दिखाई देंगे. इनमें से एक ISI, जिस पर लिखा होगा वेरिफाई लाइसेंस डिटेल... इस पर क्लिक कीजिए और आपके सामने CM/L- 10 डिजिट का कोड मांगा जाएगा. ये कोड आपको खरीदी गई बोतल की पैकेजिंग से कॉपी करना होगा.
सामने आ जाएगी कंपनी की पूरी डिटेल
ये कोड आपको पानी की बोतल की पैकेजिंग पर ISI मार्क के ठीक नीचे लिखा हुआ दिखेगा. अब आप मांगी गई जगह पर 10 अंकों का ये कोड डालकर, गो ऑप्शन पर क्लिक करेंगे, तो ऐसा करने से आपके मोबाइल फोन पर इससे जुड़ी सभी जानकारियां सामने आ जाएंगी. यानी ये पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर है या नहीं, पानी पीने लायक है या नहीं है, इसमें मिनरल्स हैं या नहीं है. ये छोटी सी सावधानी अपनाकर आप न केवल अपनी गाढ़ी कमाई को बचा सकते हैं और सही पानी का चयन करते हुए बीमारियों से भी बच सकते हैं. ये तरीका अपनाना इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि खराब पानी से जानलेवा बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है.
रेगुलर पानी से अलग पैकेज्ड वाटर
बिसलेरी (Bisleri), किनले (Kinley), एक्वाफिना (Aquafina) और रेल नीर (Rail Neer)... भारत में बोतलबंद पानी का बड़ा मार्केट है. देश में मिनिरल वाटर सबसे अधिक बिकने वाला पानी है. इसमें बड़ी मात्रा में मिनिरल गैसें घुली होती हैं. ये रेगुलर पानी से अलग होता है, क्योंकि इसमें कैल्शियम कार्बोनेट, मैग्नीशियम सल्फेट, पोटेशियम और सोडियम सल्फेट अधिक होते हैं.
भारत में बोतलबंद पानी के बिजनेस में सबसे बड़ी कंपनी बिसलेरी है, जिसके वॉटर बॉटल एयरपोर्ट से लेकर कस्बों के जनरल स्टोर पर तक बिकते हुए नजर आते हैं. देश में बोतलबंद पानी के मार्केट में और भी कई कंपनियां हैं.
20 हजार करोड़ से ज्यादा का कारोबार!
भारत में बोतलबंद पानी का मार्केट साल 2021 में करीब 20 हजार करोड़ रुपये का था. इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी दिग्गज कंपनी Bisleri की करीब 4 से 5 हजार करोड़ रुपये के आसपास है. बिसलेरी के पास संगठित बाजार का 32 फीसदी हिस्सेदारी है. किनले और एक्वाफिना जैसे ब्रॉन्ड इससे पीछे हैं. जल प्रदूषण और इसे बढ़ती स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं ने भारत में मिनिरल वॉटर के कारोबार के साइज को बड़ा किया है. इसकी वजह से बोतलबंद पानी की खपत बढ़ी है. भारत में मिनिरल वाटर चार अलग-अलग साइज में उपलब्ध है. एक लीटर की बोतल, दो लीटर की बोतल, 500 मिलीलीटर की बोतल और 250 मिलीलीटर की बोतल.