स्टार हेल्थ एंड एलॉयड इंश्योरेंस कंपनी के आईपीओ (Star Health IPO) को बिग बुल राकेश झुनझुनवाला (BigBull Rakesh Jhunjhunwala) का बैकअप काम न आया. आईपीओ को मिले फीके रिस्पांस के बाद शुक्रवार को कंपनी का शेयर छह फीसदी डिस्काउंट (Discount) के साथ बाजार में लिस्ट हुआ. हालांकि बाद में कारोबार के दौरान इसने वापसी की.
ग्रे मार्केट में पहले ही लग गया था अंदाजा
एनएसई (NSE) पर स्टार हेल्थ का शेयर इश्यू प्राइस (Star Health Issue Price) से 6.11 फीसदी के डिस्काउंट के साथ 845 रुपये पर लिस्ट हुआ. बीएसई (BSE) पर भी हाल ऐसा ही रहा और शेयर 5.69 फीसदी डिस्काउंट के साथ 848.8 रुपये पर लिस्ट हुआ. कंपनी ने 900 रुपये का इश्यू प्राइस तय किया था. इसका अंदाजा ग्रे मार्केट (Grey Market) में पहले ही लग चुका था. बाजार में लिस्टिंग से एक दिन पहले ग्रे मार्केट में स्टार हेल्थ का शेयर 70-75 रुपये के डिस्काउंट पर ट्रेड कर रहा था.
फीके रिस्पांस के कम करना पड़ा आईपीओ का साइज
स्टार हेल्थ आईपीओ बिडिंग के लिए 30 नवंबर को ओपन हुआ था और 2 दिसंबर तक खुला रहा था. इसे महज 79 फीसदी सब्सक्रिप्शन ही मिल पाया. इस फीके रिस्पांस के चलते कंपनी को अपने आईपीओ का साइज (Star Health IPO Size) कम करना पड़ा था. पहले कंपनी ने 7,249.18 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था. इसमें 2,000 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर (Fresh Equity Share) और 5,249.18 करोड़ रुपये का ओएफएस (OFS) शामिल था. बाद में कंपनी ने साइज घटाकर 6,400 करोड़ रुपये किया. ओएफएस को घटाकर 4,400 करोड़ रुपये किया गया.
स्टार हेल्थ पर बिग बुल का भरोसा कायम
उल्लेखनीय है कि स्टार हेल्थ में राकेश झुनझुनवाला की करीब 14 फीसदी हिस्सेदारी है. हालांकि यह बैकिंग इन्वेस्टर्स को लुभा नहीं सकी. खासकर एचएनआई (HNI) और इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (Institutional Investors) ने स्टार हेल्थ के आईपीओ से दूरी बनाई. इस बीच झुनझुनवाला का रिस्पांस भी सामने आ गया है. लिस्टिंग के बाद दिए एक इंटरव्यू में झुनझुनवाला ने कहा कि आईपीओ के फीके रिस्पांस के बाद भी उन्हें स्टार हेल्थ पर भरोसा है. बिग बुल ने कहा कि इसी भरोसे के कारण उन्होंने अपने हिस्से का कोई शेयर नहीं बेचा है.
एक्सपर्ट को लोअर लेवल पर खरीदारी का अनुमान
स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड (Swastika Investmart Ltd) के रिसर्च हेड संतोष मीणा (Santosh Meena) ने इस बारे में कहा कि एक्सपेंसिव वैल्यूएशन के चलते क्यूआईबी समेत सभी कैटेगरी के इन्वेस्टर्स ने इस आईपीओ में रुचि नहीं ली. भले ही स्टार हेल्थ एक बड़ा ब्रांड है और इसे बड़े नामों का सपोर्ट भी है, लेकिन अधिक वैल्यूएशन ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया. लांग टर्म के हिसाब से देखें तो इंडस्ट्री और स्टार हेल्थ दोनों बढ़िया कर सकते हैं. ऐसे में लोअर लेवल पर कुछ खरीदारी हो सकती है.