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Britannia Story: एक आइडिया और जेब में सिर्फ 295 रुपये, खड़ी कर दी 1 लाख करोड़ की कंपनी...दिलचस्प है कहानी

ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज (Britannia Industries ) का कारोबार आज दुनिया के 60 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है. भारत में ब्रिटानिया की 13 फैक्ट्री हैं. कंपनी का सालाना रेवेन्यू 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा है.

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ब्रिटानिया का कारोबार दुनिया के 60 देशों में फैला
ब्रिटानिया का कारोबार दुनिया के 60 देशों में फैला

एक छोटी सी दुकान से शुरू कारोबार आज हजारों करोड़ का हो चुका है. देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में बिस्किट (Biscuit) समेत अन्य खाद्य उत्पादों के कारोबार में इसका दबदबा है. जी हां, हम बात कर रहे हैं..ब्रिटानिया (Britannia) की, फूड सेक्टर (Food Sector) की ये बड़ी कंपनी आजादी से पहले साल 1892 में महज 295 रुपये के निवेश से शुरू हुई थी. 

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वाडिया फैमिली के हाथ में कमान
कोलकाता बेस्ड ब्रिटानिया का कारोबार द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान तेजी से बढ़ा और आज लगभग हर घर में कंपनी के बिस्किट, टोस्ट, ब्रेड या केक से लेकर अन्य कोई प्रोडक्ट मिल ही जाएगा. पूर्व मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कंपनी को ब्रिटिश कारोबारियों द्वारा ही शुरू किया गया था. फिलहाल, Wadia Family के कारोबार में अहम हिस्सा है. कंपनी की शुरुआत एक छोटे से घर में बिस्किट बनाने से हुई थी. 

मार्केट में ब्रिटानिया के कई प्रोडक्ट
मार्केट में ब्रिटानिया के कई प्रोडक्ट

1924 में पहली फैक्ट्री लगाई गई
सालों तक इसी तरह ये कारोबार चलता रहा, लेकिन 1910 में बिजली से चलने वाली मशीन की मदद से बिस्किट बनाना शुरू कर दिया गया. 1921 में उत्पादन बढ़ाने के लिए कंपनी ने इंडस्ट्रियल गैस ओवन्स का इंपोर्ट शुरू किया गया और कारोबार बढ़ने पर मुंबई में 1924 में फैक्ट्री सेटअप हुई. उत्पादन और मांग दोनों में इजाफा होने के चलते ब्रिटानिया बिस्किट का मार्केट बढ़ने लगा और इसके बाद कंपनी की पॉपुलैरिटी भी बढ़ती गई. दूसरे विश्व युद्ध के समय कंपनी के बिस्किट की मांग में जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली. 

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बिस्किट का कारोबार बढ़ता गया
बिस्किट का कारोबार बढ़ता गया

द्वितीय विश्व युद्ध में सेल आसमान पर
दरअसल, ब्रिटानिया को द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) के दौरान भारत के साथ-साथ मित्र देशों की फौज को बिस्किट सप्लाई करने का बड़ा ऑर्डर मिला था. इसके बाद ब्रिटानिया की सेल आसमान पर पहुंच गई. देश आजाद होने के बाद कंपनी ने अपने कारोबार को विस्तारित करते हुए बिस्किट के अलावा स्लाइस्ड और रैप्ड ब्रेड बनाना शुरू कर दिया. 1955 में आते-आते ब्रिटानिया ने अपने बिस्किट के दूसरे ब्रांड बरबन को लॉन्च कर दिया और ये फेमस होने पर 1963 में ब्रिटानिया केक की मार्केट में जोरदार एंट्री हुई. 

हजारों लोगों को दे रही रोजगार
कारोबार में लगातार बढ़ोतरी होने के बीच ही 3 अक्टूबर 1979 को कंपनी ब्रिटानिया बिस्किट कंपनी लिमिटेड (Britannia Biscuit Company Limited) से बदलकर ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Britannia Industries Limited) में तब्दील हो गई. आज दुनियाभर में ब्रिटानिया का कारोबार फैला हुआ है और 295 रुपये से शुरू हुई ब्रिटानिया साल 2022 तक फोर्ब्स (Forbes) के मुताबिक, 370 करोड़ डॉलर नेटवर्थ वाली कंपनी बन गई है. मौजूदा समय कंपनी का मार्केट कैप 1.07 लाख करोड़ रुपये है. फिलदाल, इसकी कमान चेयरमैन Nusli Wadia के हाथ है और यह कंपनी 31 मार्च 2019 के आंकड़ों के मुताबिक, तकरीबन 4,480 लोगों को रोजगार दे रही है. 

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ब्रिटानिया के सफर में मील का पत्थर

  • 1986 में ब्रिटानिया ने गुड डे ब्रांड लॉन्च जो मार्केट में छा गया. 
  • 1993 में लिटिल हर्ट्स और 50-50 बिस्किट बेहद पसंद किया गया. 
  • 1997 में कंपनी ने डेयरी प्रॉडक्ट्स के मार्केट में भी एंट्री मारी.
  • 2000 में Forbes ग्लोबल की 300 स्मॉल कंपनियों की लिस्ट में शामिल.
  • 2004 में ब्रिटानिया को सुपरब्रांड का दर्जा प्रदान किया गया. 

60 देशों में ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज का कारोबार

आज Britannia Industries का बिजनेस दुनिया के 60 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है. कंपनी के प्रोडक्ट उत्तरी अमेरिका, यूरोप, अफ्रीका और साउथ ईस्ट एशिया में एक्सपोर्ट होते हैं. कंपनी का डेयरी बिजनेस (Dairy Business) भी लगातार ग्रोथ कर रहा है और कुल रेवेन्यु में 5 फीसदी की हिस्सेदारी रखता है. भारत में कंपनी के 50 लाख से ज्यादा रिटेल आउटलेट (Britannia Outlets) हैं. 

भारत में ब्रिटानिया की 13 फैक्ट्रियां
भारत में ब्रिटानिया की 13 फैक्ट्री हैं. कंपनी का सालाना रेवेन्यु (Britannia Revenue) 9000 करोड़ रुपये से ज्यादा है. करीब 80,319.94 करोड़ रुपये मार्केट कैप वाली ब्रिटानिया के शेयर (Britannia Share Price) मंगलवार को स्टॉक मार्केट में दिनभर के कारोबार के अंत में 0.56 फीसदी के उछाल के साथ 4,427.80 रुपये के स्तर बंद हुए. ये कंपनी आज बिस्किट के मामले में तो आगे है ही, बल्कि ब्रेड, आर्गेनाइज्ड ब्रेड मार्केट में सबसे बड़ा ब्रांड है. 

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