शहर से लेकर गांवों तक लोग जमकर ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं. प्रोडक्ट्स की डिलीवरी के लिए देश में गत्ते से बने बॉक्स (कार्टन) के इस्तेमाल में बढ़ोतरी हुई है. इस वजह से मार्केट में कार्टन के बॉक्स की डिमांड बढ़ी है. सरकार ने पिछले साल ही सिंगल यूज्ड प्लास्टिक के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया था. इसके बाद से ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म प्रोडक्ट की डिलीवरी के लिए गत्ते से बने बॉक्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. अगर आप इन दिनों किसी बिजेनस में उतरने का मन बना रहे हैं, तो कार्टन के बॉक्स बनाने का काम शुरू कर सकते हैं.
ऑनलाइन शॉपिंग का मार्केट आने वाले दिनों में और बड़ा होने वाला है. ऐसे में प्रोडक्ट्स की डिलीवरी के लिए भारी मात्रा में कार्टन के बॉक्स की जरूरत पड़ेगी. इसके चलते इस बिजनेस में सफलता की संभावना अधिक नजर आती है.
तेजी से आगे बढ़ रहा कार्टन का बिजेनस
भारत में ऑनलाइन बिजनेस के विस्तार के साथ कार्टन का बिजनेस भी तेजी से आगे बढ़ रहा है. कई कंपनियां तो सामानों की डिलीवरी के लिए विशेष रूप से डिजाइन किए कार्टन बॉक्स का इस्तेमाल कर रही हैं. कार्टन के प्रोडक्शन के बिजनेस को शुरू करने से पहले आपको इससे जुड़ी सभी तरह की चीजों के बारे में पता होना चाहिए. अगर आप चाहें, तो इंडियन इंस्टीट्युट ऑफ पैकेजिंग से कोर्स करके इस बिजनेस से जुड़ी जरूरी चीजों की जानकारी हासिल कर सकते हैं.
रजिस्ट्रेशन की जरूरत
देश में किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए इसके रजिस्ट्रेशन की जरूरत होती है. आप यह बिजनेस शुरू करने के लिए MSME रजिस्ट्रेशन या उद्योग आधार रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं. इससे आपको सरकार की तरफ से मदद भी मिल सकती है. इनके अलावा आपको फैक्ट्री लाइसेंस, पॉल्यूशन सर्टिफिकेट और जीएसटी रजिस्ट्रेशन की भी जरूरत पड़ती है.
गत्ते का बॉक्स बनाने के लिए सबसे अधिक क्राफ्ट पेपर का इस्तेमाल किया जाता है. आप जितनी अच्छी क्वालिटी का क्राफ्ट पेपर यूज करेंगे, आपके बॉक्स की क्वालिटी भी उतनी ही बेहतर होगी. इसके अलावा आपको पीले स्ट्रॉबोर्ड, गोंद और सिलाई तार की जरूरत पड़ेगी.
निवेश करनी होगी इतनी रकम
इस कारोबार को शुरू करने के लिए आपको सिंगल फेस पेपर कॉरगेशन मशीन, रील स्टैंड लाइट मॉडल के साथ बोर्ड कटर, शीट चिपकाने वाली मशीन, शीट प्रेसिंग मशीन, एसेंट्रिक स्लॉट मशीन जैसी मशीनों की जरूरत पड़ेगी.
कार्टन बॉक्स बनाने के बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको करीब 5,500 स्क्वायर फुट जगह की जरूरत होगी. अगर आपके पास इतनी जमीन पहले से है तो फिर आपको मशीन खर्च करने में इंवेस्ट कर करना होगा. अगर आप सेमी-ऑटोमैटिक मशीन के साथ बड़े पैमाने पर यह बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो आपको करीब 20 लाख रुपये खर्च करने होंगे. फुली-ऑटोमैटिक मशीन खरीदने पर आपको करीब 50 लाख रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं.
प्रॉफिट मार्जिन शानदार
कार्टन बनाने के बिजनेस में प्रॉफिट मार्जिन काफी बढ़िया है. साथ ही इसकी डिमांड भी लगातार बनी रहती है. अगर आप कुछ अच्छे क्लाइंट्ल के साथ करार कर लेते हैं, तो महीने में चार से छह लाख रुपये की कमाई आसानी से कर सकते हैं.