दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमए करने की इच्छा रखने वालों के लिए बड़ी खबर है. यूनिवर्सिटी के अधिकारी इसके नियमों में कई तरह के सुधार करने जा रहे हैं. इसके तहत अब एमए की पढ़ाई दो साल की बजाय सिर्फ एक साल की होगी.
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक, डीयू अपने पीजी प्रोग्राम में बदलाव करने जा रहा है. इसके तहत चार साल का बीए कोर्स करने वाले छात्र-छात्राओं को सिर्फ एक साल में एमए करने की सुविधा मिलेगी.
डीयू के वाइस चांसलर दिनेश सिंह ने अखबार को बताया कि अगले साल से ही कुछ बदलाव दिखाई देने लगेंगे. लेकिन सभी तरह के सुधार 2015-16 के सत्र में ही प्रभाव में आएंगे. डीयू के चार साल वाले बीए प्रोग्राम के पहला साल पूरा होने पर बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि वह फाउंडेशन कोर्स में कुछ बदलाव के लिए प्रयास करेंगे. वह ग्रैंड प्रोजेक्ट्स को पहले साल में ही लाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि पीजी की पढ़ाई में प्रस्तावित बदलाव के लिए यूनिवर्सिटी की एकेडमिक और एक्जीक्युटिव काउंसिल से अनुमति लेनी होगी. यूनिवर्सिटी ऐसी व्यवस्था पर काम कर रही है जिसमें कोई भी अंडर-ग्रेजुएट छात्र चौथे साल में एक्स्ट्रा क्रेडिट ले सकेगा जिसका उसे पीजी स्तर पर फायदा मिलेगा. यानी वह एक साल में ही पीजी कर जाएगा. उन्होंने कहा कि क्रेडिट सिस्टम बहुत लचीला होगा. ज्यादा मेहनत करने वालों को इसका फायदा मिलेगा.