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क्या चुनाव के बाद सस्ता होगा Petrol-Diesel? 11 महीने में सबसे कम दाम पर मिल रहा है कच्चा तेल

Crude Oil के सबसे बड़े आयातक चीन में कोरोना के मामले बढ़ने से इसकी डिमांड पर असर देखने को मिल रहा है. दरअसल, चीन की जीरो कोविड पॉलिसी से इंडस्ट्रीज का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और क्रूड ऑयल की मांग में कमी आई है, जिससे ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें घटी हैं.

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कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट
कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट

क्या देश में पेट्रोल-डीजल के दाम (Petrol-Diesel Price) कम होने वाले हैं? ऐसे संकेत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट को देखकर मिल रहे हैं. Crude Oil के दाम 80 डॉलर प्रति बैरल के नीचे यानी सालभर के निचले स्तर पर आ गए हैं. फिलहाल, ब्रेंट क्रूड 79.35 डॉलर और WTI क्रूड 74.09 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. ऐसे में लोगों की उम्मीदें बढ़ गई हैं कि चुनाव के बाद देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतें घट सकती हैं. 

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Crude Oil में गिरावट के बड़े कारण
बीते कुछ समय से कच्चे तेल की कीमतों में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. बुधवार को दाम 11 महीने के निचले स्तर पर आ गए. इसके कई कारण भी हैं. चीन में कोरोना (Covid-19) के मामलों का बढ़ना और रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध (Russia-Ukraine War) लंबा खिंचने समेत अन्य कारकों से बने भू-राजनैतिक हालातों और डिमांड में लगातार कमी इनमें शामिल है. लेकिन, क्रूड की कीमतों में सबसे ज्यादा दबाव पश्चिमी देशों की ओर से रूसी कच्चे तेल पर 60 डॉलर का प्राइस कैप (Price Cap) लगाने के फैसले के बाद देखने को मिल रहा है. 

चीन में डिमांड कम होने का असर
क्रूड की कीमतों में गिरावट में एक बड़ी वजह चीन में सरकार की जीरो कोविड पॉलिसी को भी माना जा रहा है. दरअसल, इसकी वजह से इंडस्ट्रीज का काम बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और क्रूड ऑयल की डिमांड में कमी आई है. इसके चलते ग्लोबल मार्केट (Global Market) में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है. गौरतलब है कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा क्रूड ऑयल आयातक है.

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पेट्रोल-डीजल पर कच्चे तेल की कीमतों की असर
रिपोर्ट के मुताबिक, ब्रेंट क्रूड फ्यूचर की कीमत 4.03 फीसदी की गिरावट के साथ 4 जनवरी 2022 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. जबकि डब्ल्यूटीआई क्रूड के दाम में 3.48 फीसदी की कमी आई है. अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल के भाव में गिरावट का असर देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर भी दिखता है.

दरअसल, सस्ते होते Crude Oil का फायदा तेल खरीदार देशों को होता, जिसमें भारत भी शामिल है. तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतें निर्धारित करते समय कच्चे तेल के दाम को भी आधार बनाती हैं. ऐसे में लोगों को उम्मीद है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनावों के संपन्न होने के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल सकती है. 

देश में Petrol-Diesel की कीमतें
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL) की आधिकारिक वेबसाइट iocl.com के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक, देश की राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 96.72 रुपये और डीजल 89.62 रुपये में बिक रहा है. कोलकाता में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 106.03 रुपये और डीजल की 92.76 रुपये प्रति लीटर है. आर्थिक राजधानी मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर, जबकि चेन्नई में पेट्रोल 102.74 रुपये प्रति लीटर और एक लीटर डीजल 94.33 रुपये में मिल रहा है.

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