केंद्रीय कर्मचारियों (Central Employees) को जल्द ही बड़ा तोहफा मिल सकता है. केंद्र सरकार (Central Government) इस साल की दूसरी छमाही के लिए कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (Dearness Allowance) में इजाफा कर सकती है. सरकार ने इस साल की पहली छमाही के लिए डीए में चार फीसदी का इजाफा किया था. इसके बाद केंद्रीय कर्मचारियों का डीए 38 फीसदी से बढ़कर 42 फीसदी पर पहुंच गया था. खबर है कि एक बार फिर सरकार कर्मचारियों के डीए में चार फीसदी का इजाफा कर सकती है. हालांकि, सरकार की तरफ से इसको लेकर अभी किसी भी तरह का आधिकारिक रूप से ऐलन नहीं किया गया है.
महंगाई के आधार पर बढ़ता है डीए
अगर केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में चार फीसदी का इजाफा होता है, तो ये 46 फीसदी पर पहुंच जाएगा. इससे उनकी सैलरी में इजाफा होगा. महंगाई दर को देखते हुए केंद्र सरकार कर्मचारियों के डीए में इजाफा करती है. महंगाई जितनी अधिक होगी, डीए में बढ़ोतरी उतनी ही अधिक होती है. कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महंगाई भत्ते और महंगाई राहत की गणना श्रम ब्यूरो करता है. कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI-IW) के आधार पर इसका कैलकुलेशन किया जाता है.
कितनी बढ़ेगी सैलरी?
डीए में हुई चार फीसदी की बढ़ोतरी के बाद कर्मचारियों की सैलरी में कितनी बढ़ोतरी होगी इसे भी समझ लेते हैं. मान लीजिए कि किसी केंद्रीय कर्मचारी का बेसिक पे 18,000 रुपये है. अगर 38 फीसदी के हिसाब से देखें, तो डीए 6,840 रुपये बनता है. वहीं, अगर 42 फीसदी के हिसाब से देखें, तो ये 7,560 रुपये बनेगा. यानी कर्मचारी की सैलरी में 720 रुपये की बढ़ोतरी होगी.
सरकार ने मार्च 2022 में कर्मचारियों के डीए में तीन फीसदी की बढ़ोतरी की थी. इस बढ़ोतरी के बाद कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 31 फीसदी से बढ़कर 34 फीसदी पर पहुंचा था. इसके बाद दो बार चार-चार फीसदी का इजाफा डीए में हुआ है. डीए सरकारी कर्मचारियों की सैलरी का स्ट्रक्चर का हिस्सा होता है. महंगाई दर को देखते हुए केंद्र सरकार कर्मचारियों के डीए में इजाफा करती है.
फिटमेंट फैक्टर पर भी हो सकता है फैसला?
इसके अलावा कहा जा रहा है कि सरकार फिटमेंट फैक्टर (Fitment Factor) में भी इजाफा कर सकती है. अगर फिटमेंट फैक्टर में बढ़ोतरी का ऐलान होता है, तो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी (Basic Salary) जोरदार इजाफा होगा. कर्मचारियों को फिटमेंट फैक्टर फिलहाल 2.57 फीसदी मिलता है. 4200 रुपये ग्रेड पे के कर्मचारी को बेसिक सैलरी 15,500 रुपये मिलती है. इस तरह उसके कुल वेतन 15,500X2.57 रुपये या 39,835 रुपये होगा.
छठे सीपीसी ने फिटमेंट फैक्टर में 1.86 फीसदी इजाफा करने की सिफारिश की थी. कर्मचारी मांग कर रहे हैं कि फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 3.68 फीसदी कर दिया जाए. अगर इतनी बढ़ोतरी होती है, तो मौजूदा न्यूनतम वेतन 18,000 रुपये से बढ़ाकर 26,000 रुपये हो जाएगा.