दिल्ली मेट्रो की हेरिटेज लाइन पर ट्रायल बुधवार से शुरू होने वाला है. ये लाइन जामा मस्जिद और लालकिला होकर कश्मीरी गेट पहुंचेगी. दिल्ली में टूरिज्म के लिहाज से भी यह लाइन काफी अहम साबित होगी.
टूरिज्म के लिहाज से बना है हेरिटेज लाइन
दिल्ली गेट, लालकिला और जामा मस्जिद जैसी जगहों से जुड़ी होने की वजह से ही इस लाइन को हेरिटेज लाइन का नाम दिया गया है. दिल्ली मेट्रो की इस लाइन पर ट्रायल आईटीओ से कश्मीरी गेट तक शुरू होगा. आईटीओ तक फरीदाबाद लाइन पहले से ही ऑपरेशनल है और अब इस लाइन पर आगे यानी कश्मीरी गेट तक ट्रायल रन शुरू हो रहा है.
दो महीने तक चलेगा ट्रायल रन
इस ट्रायल रन के करीब दो महीने तक चलने की उम्मीद है. इसके बाद कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी से इस लाइन का निरीक्षण करवाया जाएगा. जब कमिश्नर ऑफ मेट्रो रेल सेफ्टी हरी झंडी देंगे, तो इस लाइन पर मेट्रो का कमर्शियल ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएगा.
पूरी तरह से अंडरग्राउंड होगा ये सेक्शन
आईटीओ से कश्मीरी गेट तक शुरु होने वाला ये सेक्शन पूरी तरह से अंडरग्राउंड होगा . इस लाइन को बनाने के लिए दरियागंज और चांदनी चौक जैसे इलाकों के नीचे से गहरी सुरंग खोदी गई है. मेट्रो ने सुरंग बनाने के लिए टीबीएम मशीनों का इस्तेमाल किया है, जिससे ऊपर की भीड़भाड़ भरी सड़कों पर टनल बनाने का कोई असर भी नहीं दिखा.
आईएसबीटी पर मुसाफिरों को मिलेगी इंटरचेंज की सुविधा
आईटीओ से आगे हेरीटेज लाइन के तीन मुख्य मेट्रो स्टेशन होंगे. इसमें दिल्ली गेट, जामा मस्जिद और लाल किला स्टेशन शामिल हैं. इस लाइन के शुरू होने के बाद फरीदाबाद, बदरपुर सेंट्रल सेक्रेटेरिएट होते हुए ये लाइन सीधे आईएसबीटी कश्मीरी गेट से जुड़ जाएगी. यही नहीं आईएसबीटी पर मुसाफिरों को इंटरचेंज स्टेशन पर भी उपलब्ध होगा, जहां लोग दिलशाद गार्डन-रिठाला और गुडगांव लाइन लिए मेट्रो ट्रेन बदल सकेंगे.