पिछले तीन साल में डीमैट अकाउंट (Demat Account) खुलवाने वाले लोगों की संख्या भारत में तेजी से बढ़ी है. इस दौरान हर महीने औसतन 12 लाख से अधिक डीमैट अकाउंट खुले हैं. इस तरह महज तीन साल में डीमैट अकाउंट रखने वालों की कुल संख्या दोगुनी हो गई है.
अभी इतनी है इन्वेस्टर्स की कुल संख्या
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी (MoS Pankaj Chaudhary) ने सोमवार को लोकसभा (Loksabha) में एक लिखित सवाल के जवाब में इसका आंकड़ा बताया. उन्होंने सेबी (SEBI) के हवाले से उपलब्ध डेटा का जिक्र करते हुए कहा कि अभी कुल 7.38 करोड़ डीमैट अकाउंट होल्डर (Demat Account Holder) हैं. इनके अलावा म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) के इन्वेस्टर्स (Investors) की संख्या करीब 2.75 करोड़ है और सेबी के पास रजिस्टर्ड निवेश सलाहकारों (RIA) की संख्या 1,324 है.
तीन साल में खुले 3.79 करोड़ नए डीमैट अकाउंट
डीमैट अकाउंट खुलवाकर शेयर बाजार (Share Market) में पैसे लगाने वाले इन्वेस्टर्स की संख्या हालिया समय में तेजी से बढ़े हैं. वित्त वर्ष 2018-19 में डीमैट अकाउंट होल्डर्स की संख्या 3.59 करोड़ थी, जो चालू वित्त वर्ष में अक्टूबर महीने के अंत तक बढ़कर 7.38 करोड़ पर पहुंच गए. पिछले 31 महीने में 3.79 करोड़ नए डीमैट अकाउंट खोले गए. इस तरह हर महीने औसतन 12 लाख से अधिक डीमैट अकाउंट खोले गए.
चालू वित्त वर्ष में खुल चुके 1.87 करोड़ डीमैट अकाउंट
चालू वित्त वर्ष की बात करें तो डीमैट अकाउंट खुलने की रफ्तार और तेज हो गई है. पिछले वित्त वर्ष के अंत में कुल डीमैट अकाउंट की संख्या 5.51 करोड़ थी. इस तरह चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीने के दौरान रिकॉर्ड 1.87 करोड़ डीमैट अकाउंट खोले गए. यह हर महीने 26.71 लाख नए अकाउंट खोले जाने का औसत है.