धनतेरस (Dhanteras 2023) आज है. देश के लोग सालभर से इस मौके का इंतजार करते हैं. क्योंकि इस दिन अधिकतर लोग सोना खरीदते हैं. खासकर महिलाएं ज्वेलरी (Jewellery) खरीदती हैं. इसलिए अगर आप भी आज सोना-चांदी खरीदने जा रहे हैं, तो कुछ बातों का जरूर ध्यान रखें, वर्ना ज्वेलर गुमराह कर देगा.
दरअसल दिवाली और धनतेरस पर, खासकर महिलाएं ज्वेलरी जरूर खरीदती हैं, वो इसे निवेश और लक्ष्मी के आगमन से जोड़कर देखती हैं. लेकिन सही कीमत पर सही चीजें खरीदने के लिए सही जानकारी होनी चाहिए. इसलिए शुद्ध सोना (Pure Jewellery) खरीदने के लिए कुछ खास टिप्स हैं, जिसे हर किसी को फॉलो करना चाहिए.
बता दें, डिजिटल के इस दौर में अब बड़े पैमाने पर लोग ऑनलाइन ज्वेलरी (Online Jewellery) भी खरीदते हैं, जिसमें ठगी के कम मामले सामने आते हैं. लेकिन अगर ज्वेलरी शॉप में जाकर खरीदते हैं तो जरूर सतर्क रहें.
ज्वेलर्स नहीं कर पाएंगे गुमराह
दरअसल, जब आप ज्वेलर से ज्वेलरी खरीदें तो देखें कि बिल (Bill) में क्या-क्या चार्ज जोड़ा गया है. अक्सर ज्वेलर ग्राहकों को गुमराह करने के लिए बिल में कई तरह के चार्ज जोड़ देते हैं और ग्राहक जानकारी के अभाव में कुछ नहीं कह पाते.
केंद्र सरकार के मुताबिक ज्वैलरी खरीदते समय ग्राहकों को केवल तीन चीजों का भुगतान करना होता है. पहला- ज्वैलरी की कीमत (वजन के हिसाब से), दूसरा- मेकिंग चार्ज (Making Charge) और तीसरा- जीएसटी (3 फीसदी) देना होता है. ज्वेलरी का भुगतान आप ऑनलाइन करें या ऑफलाइन, इस पर आपको केवल 3 फीसदी ही GST का भुगतान करना होता है.
इसके अलावा ज्वेलर किसी भी तरह का चार्ज करता है तो फिर आप सवाल खड़े कर सकते हैं. क्योंकि कुछ ज्वेलर पॉलिस वेट या फिर लेबर चार्ज के नाम पर कुछ रुपये अलग से जोड़ देता है, जो नियम के खिलाफ है. आप बिल्कुल इसका भुगतान ना करें और ज्वेलर्स के खिलाफ शिकायत भी कर सकते हैं.
सही रेट में ऐसे खरीद सकते हैं ज्वेलरी
आपको पता होनी चाहिए कि ज्वेलरी 24 कैरेट सोने से नहीं बनती है. बाजार में उपलब्ध अधिकतर ज्वेलरी 22 कैरेट और 18 कैरेट की होती है. इसलिए खरीदते समय इस बात का जरूर ध्यान रखें कि उस दिन सर्राफा बाजार में सोने का भाव क्या है? जिससे आप सही रेट पर ज्वेलरी खरीद पाएंगे.
सबसे अहम बात यह है कि ज्वेलरी की मेकिंग चार्ज को लेकर मोल-भाव जरूर करें. अधिकतर ज्वेलर मोल-भाव के बाद मेकिंग चार्ज कम कर देते हैं. क्योंकि ज्वैलरी पर 30 फीसदी तक मेकिंग चार्ज लिया जाता है. ज्वेलर्स को सबसे ज्यादा फायदा मेकिंग चार्ज से ही होता है.
हमेशा ऑरिजनल बिल (Original Price) लें. ताकि भविष्य में जब आप उस ज्वेलरी को कहीं भी बेचने जाएं तो उसकी प्योरिटी और वजन को लेकर कोई समस्या न हो. जहां तक शुद्धता की बात है तो केवल और केवल हॉलमार्क ज्वेलरी ही खरीदें. हॉलमार्क पर पांच अंक होते हैं. सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता है. मसलन 22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है. इससे शुद्धता को लेकर शक नहीं रहता.