अगर आप म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) पैसा लगाना चाहते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा जोखिम लेने को तैयार नहीं हैं तो फिर आप नए साल से डिविडेंड यील्ड फंड्स (Dividend Yield Fund) में निवेश कर सकते हैं. अब आप सोच रहे हैं कि डिविडेंड यील्ड फंड्स क्या है?
आपको नाम से ही पता चल रहा होगा कि इस फंड के साथ डिविडेंड जुड़ा है. दरअसल, डिविडेंड यील्ड फंड्स के तहत उन कंपनियों में निवेश किया जाता है, जो काफी ज्यादा डिविडेंड देती है. सेबी द्वारा तय गाइडलाइंस के अनुसार इन फंड को अपने एसेट्स का कम से कम 65 फीसदी डिविडेंड यील्ड देने वाले शेयरों में निवेश करना होता है.
डिविडेंड वाली कंपनियों में निवेश
आपको बता दें, डिविडेंड ज्यादा बड़ी कंपनियां देती हैं, या फिर सरकारी कंपनियां. और डिविडेंड यील्ड फंड्स का निवेश इन्हीं कंपनियों में होता है. डिविडेंड यील्ड फंड्स सामान्य तौर पर दूसरे इक्विटी स्कीम कैटेगरी की तुलना में निवेशकों का कम ध्यान आकर्षित करते हैं.
निवेशकों का इस फंड्स पर ज्यादा ध्यान नहीं जाने की वजह ये है कि इसमें बहुत ज्यादा रिटर्न नहीं मिलता है. लेकिन अच्छी बात ये है कि बाजार की किसी गिरावट की स्थिति में इनमें काफी सुरक्षा मिलती है. क्योंकि बहुत ज्यादा गिरावट नहीं आती है.
पिछले एक साल में बेहतर रिटर्न
डिविडेंड यील्ड फंड्स द्वारा ज्यादातर टेक्नोलॉजी, FMCG, फाइनेंशियल सर्विसेस और हेल्थ केयर जैसे स्टॉक में पैसे लगाए जाते हैं. पिछले 1 साल में डिविडेंड यील्ड फंड्स ने तमाम दूसरे लोकप्रिय डायवर्सिफाइड इक्विटी स्कीमों में बेहतर रिटर्न दिया है.
पिछले एक साल में इन फंड्स-ICICI Prudential Dividend Yield Equity Fund, Templeton India Equity Income Fund, HDFC Dividend Yields Fund, UTI Dividend Yield Fund और Aditya Birla Sun Life Dividend Yield Fund ने अधिकतम 50 फीसदी तक रिटर्न दिए हैं. हालांकि कहीं भी निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.
डिविडेंड क्या है?
डिविडेंड एक तरह से निवेशकों को कंपनी के लाभ में मिलने वाला हिस्सा है, जिसे समय समय पर कंपनियां भुगतान करती हैं. ऐसे निवेशक जो सुरक्षित और रेगुलर आय की तलाश कर रहे हैं, उनके लिए ये फंड बेहतर हैं.