ट्विटर (Twitter) के नए बॉस बने एलन मस्क (Elon Musk) ने जहां कंपनी में छंटनी (Layoff) की तलवार चलाई, वहीं जो कर्मचारी बचे हैं उन्हें ऑफिस से काम करने का फरमान सुना दिया है. उन्होंने ट्विटर कर्मियों को भेजे अपने पहले ई-मेल में घर से काम (Work From Home) की सुविधा खत्म किए जाने का आदेश जारी किया है.
मस्क ने कमान संभालते ही दिया झटका
दुनिया के सबसे अमीर इंसान Elon Musk ने ट्विटर इंक की कमान को अपने हाथों में लेने के साथ ही कंपनी में बड़ी छंटनी करते हुए कई नए बदलाव किए हैं. उन्होंने सबसे पहले सीईओ पराग अग्रवाल समेत शीर्ष अधिकारियों का पत्ता साफ किया, फिर बोर्ड में शामिल सभी डायरेक्टर्स की छुट्टी कर दी और फिर एक झटके में आधा वर्कफोर्स साफ कर दिया.
कठिन समय को तैयार रहने की चेतावनी
Twitter में अब जो कर्मचारी कंपनी में काम कर रहे हैं, उनमें भी डर का महौल है. उनके इस डर को कंपनी के नए बॉस के पहले ई-मेल (Elon Musk E-Mail) ने और भी बढ़ा दिया है. Work From Home खत्म करने का आदेश जारी करने के साथ ही मस्क ने कर्मचारियों को आने वाले कठिन समय के लिए तैयार रहने की चेतावनी भी दी है.
हफ्ते में 40 घंटे ऑफिस में जरूरी
रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को एलन मस्क की ओर से ट्विटर कर्मचारियों को भेजे गए ई-मेल में साफ तौर पर कहा गया है कि अब Twitter में रिमोट वर्क का विकल्प नहीं है. सभी कर्मचारियों के कार्यालय में हफ्ते में 40 घंटे बिताने होंगे. हालांकि, उन्होंने कुछ कर्मचारियों को इस मामले में थोड़ी राहत दी है. ऐसे कर्मचारियों में वे लोग शामिल हैं, जो किसी वजह से ऑफिस आने में असमर्थ हैं.
Twitter डील टेस्ला पर भारी
एलन मस्क के लिए ट्विटर डील फायदे का सौदा साबित नहीं हुआ है. जब से उन्होंने ट्विटर को खरीदने का प्रस्ताव दिया था, तभी से उनकी इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के शेयरों में गिरावट का सिलसिला जारी है. अप्रैल 2022 में टेस्ला इंक के शेयर 381 डॉलर पर ट्रेड कर रही थी. लेकिन बुधवार को 7.17 फीसदी की बड़ी गिरावट के बाद इसके शेयरों की कीमत महज 177.59 डॉलर प्रति शेयर रह गई है.
Musk की नेटवर्थ में इतनी गिरावट
टेस्ला के शेयरों में लगातार गिरावट के कारण दुनिया के सबसे रईस एलन मस्क की नेटवर्थ में भी भारी कमी आई है. इस साल अप्रैल में ट्विटर से डील करने के बाद से महज सात महीनों में ही मस्क अपनी 70 अरब डॉलर की दौलत गंवा चुके हैं.
Twitter Deal पर एक नजर
> ट्विटर डील की शुरुआत इस साल अप्रैल में हुई थी. 4 अप्रैल को एलॉन मस्क ने ट्विटर में 9.2 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी. इसके साथ ही वो कंपनी के सबसे बड़े शेयर होल्डर बन गए. मस्क की हिस्सेदारी को देखते हुए कंपनी ने उन्हें बोर्ड मेंबर में शामिल होने के लिए इनवाइट किया था.
> मस्क ने बोर्ड में शामिल होने से इनकार कर दिया. बाद में उन्होंने 54.2 डॉलर प्रति शेयर के भाव से 44 अरब डॉलर में ट्विटर को खरीदने का ऑफर दिया. शुरुआत में कंपनी ने इस ऑफर को स्वीकार नहीं किया था, लेकिन कुछ दिनों बाद शेयरहोल्डर इस डील के लिए तैयार हो गए.
> मई महीने में Twitter ने अपनी फाइलिंग में बताया कि प्लेटफॉर्म पर बॉट्स की संख्या सिर्फ 5 परसेंट है. इस पर ही मस्क और पराग अग्रवाल के बीच विवाद शुरू हुआ. 13 मई को मस्क ने डील को होल्ड कर दिया.
> 16 मई को मस्क और पराग अग्रवाल के बीच बॉट अकाउंट्स को लेकर बहस हुई. इसके बाद 17 मई को मस्क ने डील होल्ड करने की धमकी दी. 8 जुलाई को मस्क डील के पीछे हट गए. 12 जुलाई को ट्विटर ने मस्क पर केस किया.
> इसके बाद कुछ दिनों तक मस्क और ट्विटर के बीच चूहे बिल्ली का खेल चलता रहा. 4 अक्टूबर को मस्क ने यू-टर्न लेते हुए एक बार फिर डील को पूरा करने का ऑफर दिया. 27 अक्टूबर को डील फाइनल कर ली गई.