कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने नौकरी पेशा लोगों को राहत देने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. इसका सबसे ज्यादा फायदा प्राइवेट नौकरी वालों को मिलेगा.
EPFO बनेगा एडवांस
EPFO ने एक सेंट्रलाइज्ड आईटी सिस्टम को मंजूरी दी है, जिसकी वजह से किसी एम्प्लॉई को नौकरी बदलने की स्थिति में अपनी पुरानी कंपनी के EPF खाते की रकम को नई कंपनी में खुलने वाले EPF खाते में ट्रांसफर कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बल्कि ये स्वत: ही उस एम्प्लॉई की नई कंपनी के खाते में ट्रांसफर हो जाएगा. इस अत्याधुनिक सिस्टम को सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस कंप्यूटिंग (C-DAC) तैयार कर रहा है.
प्राइवेट नौकरी वालों को फायदा
EPFO के लिए अंतिम फैसले लेने वाली इकाई सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज की 229वीं बैठक में ये निर्णय हुआ जिसका सबसे ज्यादा फायदा प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले लोगों को मिलेगा, क्योंकि इसी सेक्टर में एम्प्लॉयइज अपने करियर को ग्रोथ देने के लिए अक्सर एक कंपनी से दूसरी कंपनी में नौकरी बदलते हैं.
मौजूदा नियम के हिसाब से अगर वो ऐसा करते हैं तो उन्हें अपने PF का पैसा ट्रांसफर करने के लिए लंबी कागजी कार्रवाई करनी पड़ती है. इस चक्कर में कई बार बहुत से एम्प्लॉई अपने PF का पैसा ट्रांसफर ही नहीं कराते.
रुकेगा डेटा डुप्लिकेशन
EPFO के इस निर्णय से ना सिर्फ एम्प्लॉइज को उसकी ओर से बेहतर और आसान सेवाएं मिलेंगी. बल्कि EPFO के कामकाज में डिजिटलीकरण को भी बढ़ावा मिलेगा जो कहीं ना कहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करने में मदद करेगा.
इस व्यवस्था में एक सेंट्रलाइज्ड डेटाबेस होगा जिससे ऑपरेशन आसान बनेगा. वहीं किसी सदस्य के सभी EPF खाते एक ही जगह मर्ज होंगे जिससे डुप्लिकेशन पर भी रोक लगेगी.
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