रिटायरमेंट फंड का प्रबंधन करने वाले कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने भविष्य निधि की निकासी और इसके ट्रांसफर जैसे सभी दावों का निपटारा 3 दिन के भीतर करने की योजना बनाई है.
ईपीएफओ अगर इस योजना को सिरे चढ़ाने में सफल रहता है, तो इससे हर साल 1 करोड़ से अधिक दावेदारों का भला होगा. दावों का तेजी से निपटान करने के प्रस्ताव को अमल में लाने के लिए ईपीएफओ ने 5 जुलाई को सभी जोनल प्रमुखों की एक बैठक बुलाई है, जिसमें योजना का खाका तैयार किया जाएगा.
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन को चालू वित्त वर्ष में 1.2 करोड़ दावे किए जाने की संभावना है. यदि इनमें से करीब 70 प्रतिशत के दावों का 3 दिन में निपटारा कर दिया जाता है, तो इससे करीब 84 लाख दावेदार लाभान्वित होंगे.
दावों का तेज गति से निपटारा करने के संबंध में ईपीएफओ ने कहा है, ‘संगठन की छवि सुधारने के लिए एक आधिकारिक आदेश आवश्यक है.’
गौरतलब है कि ईपीएफओ ने इस साल 15 जून तक प्राप्त सभी दावों का निपटारा करने के लिए एक अभियान चलाया है. इस साल 11 जून तक 5,38,704 दावे पेंडिंग थे.
ईपीएफओ ने 2012-13 में 1.08 करोड़ दावों का निपटारा किया है, जिसमें से 12.62 लाख दावेदार इस बात से असंतुष्ट थे कि उनके दावों का निपटारा 30 दिनों के भीतर नहीं किया गया. यही नहीं, 1.41 लाख दावों का निपटारा 90 दिन के बाद भी नहीं किए जा सके, जिससे ईपीएफओ की छवि को बट्टा लगा है.