जून के शुरुआत में ही सोने के रेट (Gold Price in June) में उछाल आया है. भारतीय सर्राफा बाजार (Sarafa Bazar) में शुक्रवार को भी सोने का रेट 51 हजार के पार रहा है. जून के शरुआती तीन दिनों में सोने का भाव (Gold Price) 277 रुपये चढ़ा है. 31 मई को सोने भाव 51 हजार 192 रुपये पर बंद हुआ था. 3 जून को गोल्ड का रेट 51 हजार 469 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. जून की पहली तारीख को गोल्ड के रेट में गिरावट दर्ज की गई थी और ये 51 हजार से गिरकर 50 हजार 702 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था.
ibjarates.com के अनुसार, 999 प्योरिटी वाला दस ग्राम सोना 3 जून को अधिकतम कीमत 51469 रुपये में बिका. वहीं, 995 शुद्धता का सोने का भाव 51263 रुपये रहा. 916 प्योरिटी वाले गोल्ड की बात करें तो इसकी अधिकतम कीमत 47146 रुपये रही, जबकि 750 शुद्धता का सोना 38602 रुपये प्रति 10 ग्राम बिका. 585 प्योरिटी वाले गोल्ड का रेट 30109 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा.
ऐसे जानें ताजा रेट
ये रेट बिना किसी टैक्स के हैं. इनपर किसी भी तरह के टैक्स को नहीं जोड़ा गया है. अगर आप ज्वेलरी खरीदने (Jewellery) जाएंगे तो इस रेट से अधिक पर आपको खरीदारी करनी होगी, जिसमें जीएसटी समेत अन्य टैक्स (Tax on Gold) जुड़ जाएंगे. 22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी का खुदरा रेट आप 8955664433 पर मिस्ड कॉल कर जान सकते हैं. आपको SMS के जरिए ताजा रेट्स की जानकारी मिल जाएगी. ibja की ओर से केंद्रीय सरकार द्वारा घोषित छुट्टियों के अलावा शनिवार और रविवार को रेट जारी नहीं किए जाते हैं.
कैसे तय होती है कीमत
भारतीय बाजार (Indian Market) में सोने की कीमत मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) के द्वारा तय की जाती हैं. ये संगठन देश के बाजार में गोल्ड की डिमांड और सप्लाई के आंकड़ों को जुटाता है. इसके बाद ग्लोबल मार्केट (Global Market) में महंगाई की स्थिति को ध्यान में रखकर देश में सोने की कीमत तय करता है. साथ ही MCX लंदन स्थित लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (London Bullion Market Association) के साथ बातचीत कर के भी गोल्ड का रेट तय करता है.
ऐसे की जाती है शुद्धता की पहचान
ज्वेलरी (Jewellery) की शुद्धता मापने का एक तरीके होता है. इसमें हॉलमार्क (Hallmark Jewellery) से जुड़े कई तरह के निशान पाए जाते हैं, इन निशानों के माध्यम से ही ज्वेलरी की शुद्धता को मापा जाता है. इसमें से एक कैरेट से लेकर 24 कैरेट तक का पैमाना होता है.सरकार की ओर से ज्वेलरी पर हॉलमार्क अनिवार्य कर दिया गया है. इसके बिना कोई भी ज्वेलरी नहीं बेच सकता.