लगातार गिरावट के बाद इस हफ्ते सोने की कीमतों (Gold Price) में तेजी देखने को मिली. आने वाले त्योहारी सीजन के चलते सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में तेजी दर्ज की गई. गोल्ड का रेट (Gold Rate) इस सप्ताह 50 हजार के आंकड़े के पार चला गया.
भारतीय बाजार में 24 कैरेट सोने की कीमत शुक्रवार को 50 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चली गई. शुक्रवार (23 सितंबर) को गोल्ड का रेट (Weekly Gold Price) 50,078 रुपये प्रति 10 ग्राम पर क्लोज हुआ. इस हफ्ते के पहले दिन को छोड़कर बाकी सभी दिन सोने की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है.
सोमवार को सबसे सस्ता सोना
इस हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को पिछले सप्ताह के मुकाबले सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली. गोल्ड 49,328 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर क्लोज हुआ था. ये इस सप्ताह का सोने का सबसे कम रेट था. इसके बाद से हर दिन सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिली और ये शुक्रवार को 50 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को पार कर गया.
कितना महंगा हुआ सोना?
IBJA Rates के अनुसार, पिछले सप्ताह के मुकाबले इस हफ्ते सोने की कीमतों में 704 रुपये प्रति 10 ग्राम की तेजी आई है. पिछले हफ्ते के आखिरी कारोबारी दिन गोल्ड की कीमतें 49,374 रुपये प्रति 10 ग्राम पर क्लोज हुई थीं. वहीं, इस हफ्ते शुक्रवार को गोल्ड की कीमतें 50,078 रुपये प्रति 10 ग्राम पर क्लोज हुईं.
24 कैरेट वाले सोने का दाम
इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 कैरेट वाले सोने का दाम 23 सितंबर को अधिकतम 50,078 रुपये रहा. जबिक 22 कैरेट वाले गोल्ड का दाम 49,877 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा. सभी तरह के गोल्ड के रेट की गणना टैक्स के बिना की गई है. सोने पर जीएसटी शुल्क अलग से देना पड़ता है. अगर आप सोने का गहना खरीदते हैं, तो आपको जीएसटी के अलावा मेकिंग चार्ज भी देना पड़ता है. इस वजह ज्वैलरी की कीमतें अधिक होती हैं. वहीं, जब आप उसी ज्वैलरी को बेचने जाते हैं, तो आपको सिर्फ सोने की कीमतों का भुगतान किया जाता है. मेकिंग और टैक्स की रकम वापस नहीं होती है.
इतना गिरा है सोने का भाव
रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद फरवरी 2022 के अंत से भारत में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है. फरवरी के अंत में 24 कैरेट सोने का भाव करीब 55,000 रुपये प्रति 10 ग्राम था. फिलहाल यह 50,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है.
जियो-पॉलिटिकल कारणों से बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद, अक्षय तृतीया के समय अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारत में सोने की मांग में 43 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी. जुलाई 2022 के वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में अप्रैल-जून तिमाही में सोने की मांग 170.7 टन रही, जो 2021 में इसी तिमाही के 119.6 टन से अधिक थी. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में इजाफा कर सकता है. इस वजह से भी ग्लोबल मार्केट में गोल्ड की कीमतों पर दबाव देखने को मिल रहा है.