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सैलरी 30 हजार हो या 50 हजार, 2025 में ऐसे बनाएं पोर्टफोलियो, बरसेंगे पैसे!

चाहे आपकी आमदनी मंथली 30 हजार रुपये है, या मंथली सैलरी 50 हजार, या फिर मंथली 1 लाख रुपये उठाते हैं. अगर आप सही तरीके से निवेश को लेकर कदम उठाएंगे तो सभी वित्तीय लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं.

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New Year Portfolio (Photo: AI)
New Year Portfolio (Photo: AI)

साल- 2024 विदाई के कगार पर है, 2025 दस्तक देने वाला है. साल बदल रहा है, लेकिन अगर आपकी आर्थिक सेहत नहीं सुधर रही है, तो फिर आपको सोचने की जरूरत है, और साथ में कदम उठाने की भी जरूरत है. अगर आप चाहें तो साल 2025 को यादगार बना सकते हैं, खासकर वित्तीय तौर पर कदम उठाकर. दरअसल, हमारे देश अधिकतर लोग ऐसे हैं, जो सोचते तो हैं, लेकिन उसपर अमल नहीं कर पाते.

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दरअसल, आपकी जो भी आमदनी है, उसी में से आप बेहतर भविष्य के लिए कदम उठा सकते हैं. इसके लिए आपको मजबूत इच्छाशक्ति के साथ-साथ सही दिशा में कदम उठाना होगा. चाहे आपकी मंथली आमदनी 30 हजार रुपये है, या मंथली सैलरी 50 हजार, या फिर मंथली 1 लाख रुपये उठाते हैं. केवल सही तरीके से निवेश कर सभी वित्तीय लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं.

नए साल में निवेश की शुरुआत कर सकते हैं, कहीं भी निवेश से पहले आपको पोर्टफोलियो (Portfolio) बनाना चाहिए. पोर्टफोलियो आपको निवेश के प्रति सजग रखेगा. वैसे फाइनेंशियल पोर्टफोलियो बनाना काफी मुश्किल होता है. क्योंकि यह आपके भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बन जाता है. चाहे घर खरीदने की बात हो, रिटायरमेंट प्लान की या फिर सिंपल वेल्थ (साधारण संपत्ति) बनाने की, एक अच्छा पोर्टफोलियो ही आपका सबसे अच्छा सलाहकार होता है.

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अगर आज किसी का पोर्टफोलियो बहुत अच्छा दिख रहा है तो उसमें किस्मत की बात नहीं होती, बल्कि वो समझदारी से लिए गए फैसलों का उदाहरण होता है. सब सवाल उठता है कि आपको कैसे अपना पोर्टफोलियो बनाना चाहिए. आइए जानते हैं... फाइनेंशियल पोर्टफोलियो के आसान तरीके. 

स्पष्ट लक्ष्यों के साथ शुरुआत करें
सबसे पहले यह तय करें कि आप फाइनेंशियली किस दिशा में काम कर रहे हैं. क्या आप रिटायरमेंट के लिए बचत कर रहे हैं, बच्चे की शिक्षा के लिए पैसे जुटा रहे हैं या अपना पहला घर खरीद रहे हैं? इस बारे में सोचें कि कब पैसे की जरूरत है और कितना जोखिम उठाना ठीक रहेगा. इससे यह जानने में मदद मिलेगी कि अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आपको किस इन्वेस्टमेंट प्लान (निवेश योजना) का उपयोग करना चाहिए.

जोखिम के साथ अपने कंफर्ट को समझें
जहां तक अपने पैसे के साथ जोखिम लेने के लिए अपने कंफर्ट लेवल का सवाल है, हर कोई इसमें अलग होता है. आपकी उम्र, आय और यहां तक कि फाइनेंशियल जिम्मेदारियां भी एक भूमिका निभाती हैं. अगर आप सबसे ज्यादा कंजर्वेटिव हैं, सुरक्षित खेलना चाहते हैं, तो ज्यादा कम खतरे वाले निवेश आपके लिए बेहतर हो सकते हैं. अगर आप ज्यादा खतरा उठाने और ज्यादा रिटर्न की संभावना के लिए ज्यादा जोखिम लेने में सहज हैं, तो ज्यादा फायदे की सबसे संभावना वाले निवेश योजनाओं पर विचार करें. आपका पोर्टफोलियो इस फैसले में आपकी काफ़ी मदद कर सकता है.

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अपने निवेश को अलग-अलग विकल्पों में करें
इन्वेस्टमेंट के डायवर्सिफिकेशन में खतरे को खत्म करने और विकास के लिए चैनल खुले रखने की क्षमता होती है. अपने पोर्टफोलियो को फैलाने के कुछ तरीके यहां बताए गए हैं:

इक्विटी: इंडिविजुअल शेयरों या इक्विटी फंड में निवेश करें क्योंकि इससे बेहतरीन लॉन्ग टर्म डेवलपमेंट के मौके मिलते हैं. इसलिए अपना होमवर्क करें या किसी एक्सपर्ट से इस बारे में सलाह लें. 

फिक्स इनकम: बॉन्ड या फिक्स्ड डिपॉजिट का मतलब स्थिर रिटर्न आता है. सरकारी बॉन्ड या टैक्स-सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट भी सुरक्षित विकल्पों का बढ़िया विकल्प होता हैं.

म्यूचुअल फंड: म्यूचुअल फंड में पैसा आपकी विभिन्न एसेट्स में लगाया जाता हैं, इसलिए यह डेवलपमेंट के खिलाफ खतरे को संतुलित करने के लिए बिल्कुल उपयुक्त होता है.

रियल एस्टेट: एसेट्स या रियल एस्टेट ट्रस्ट आपके पोर्टफोलियो में एक वास्तविक एसेट के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता हैं. 

सोना: चाहे वह फिजिकल सोना हो या सोने से जुड़े फंड, यह निवेश महंगाई के खिलाफ सुरक्षा के रूप में कार्य कर सकता है.

लॉन्ग टर्म और शॉर्ट टर्म जरूरतों पर नजर रखें
आपके पोर्टफोलियो में ऐसे निवेशों का मिश्रण शामिल होना चाहिए जो आपकी फाइनेंशियल टाइमलाइन से मेल खाते हों. कुछ निवेश लॉन्ग टर्म लक्ष्यों के लिए उपयुक्त होते हैं जबकि अन्य शॉर्ट टर्म जरूरतों के लिए उपयुक्त होते हैं. उदाहरण के लिए पहले वाले में म्यूचुअल फंड या स्टॉक शामिल हैं और दूसरे वाले में फिक्स्ड डिपॉजिट शामिल हो सकते हैं.

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नियमित रूप से रिव्यू करें और एडजस्ट करें
अपने निवेश के परफॉर्मेंस को समय-समय पर रिव्यू करें. साथ ही बाजार के ट्रेंड्स और अपने फाइनेंशियल उद्देश्यों में होने वाले बदलावों के प्रति भी सतर्क रहें. अपने पोर्टफोलियो को सालाना या जब आपकी परिस्थितियां बदलें तब दोबारा संतुलित करके आप हमेशा सही रास्ते पर रहें.

मदद मांगने में संकोच न करें
अगर आप उलझन में हैं कि अपने पोर्टफोलियो को कैसे शुरू करें या कैसे बनाए रखें, तो एक एडवाइजर आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। ऐसा एक्सपर्ट आपको आपके निवेश के विकल्पों के बारे में बताएगा और जटिल निवेश रणनीतियों के बारे में भी बताएगा, और वह आपकी आवश्यकताओं के आधार पर एक योजना तैयार करने में आपकी मदद करेगा.

निवेश
फाइनेंशियल पोर्टफोलियो आपको अपने भविष्य को सुरक्षित करने की दिशा में कारगर साबित हो सकता है. इसका मतलब है कि आज ऐसे निर्णय लें जो आपके भविष्य को सुरक्षित रखें. कुल मिलाकर अपनी फाइनेंशियल लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में काम करते समय ध्यान केंद्रित रखें, एडॉप्टेबल बनें और धैर्य रखें.

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