भारतीय डाक (India Post) ने शनिवार को आम लोगों को आगाह करते हुए एक बयान जारी किया. विभाग ने कहा है कि पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर कुछ यूआरएल शेयर हो रहे हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि भारतीय डाक कुछ सर्वे या क्विज के जरिए सब्सिडी या लकी ड्रॉ दे रहा है. इंडिया पोस्ट ने कहा है कि वह ऐसी कोई भी गतिविधि नहीं चला रहा है और लोगों को इस तरह के किसी भी झांसे में नहीं आना चाहिए.
लोगों को इस तरह आ रहे मैसेज
इंडिया पोस्ट ने कहा है कि लोगों को WhatsApp, Telegram, इंस्टाग्राम और ईमेल और मैसेज के जरिए Tiny URL या शॉर्ट URL मिल रहे हैं. इंडिया पोस्ट ने सब्सिडी, बोनस या सर्वे के आधार पर इनाम जैसी किसी भी एक्टिविटी से दूर रहने को कहा है.
मिनिस्ट्री ऑफ कम्युनिकेशन ने जारी किया बयान
मिनिस्ट्री ऑफ कम्युनिकेशन ने बयान जारी कर कहा है, "हम इस तरह के नोटिफिकेशन/ मैसेज/ ईमेल प्राप्त करने वाले लोगों से इस तरह के फर्जी मैसेज पर भरोसा नहीं करने या निजी जानकारी साझा नहीं करने का रिक्वेस्ट करते हैं. इसके साथ ही जन्म तिथि, अकाउंट नंबर, मोबाइल नंबर , जन्म स्थान या ओटीपी जैसी निजी पहचान जाहिर करने वाली जानकारी भी साझा नहीं करने का रिक्वेस्ट करते हैं."
इंडिया पोस्ट उठा रहा है कदम
मंत्रालय ने कहा है, "हालांकि, इंडिया पोस्ट कई तरह के मैकेनिज्म के जरिए इस तरह के यूआरएल, लिंक, वेबसाइट के प्रसार को रोकने के लिए जरूरी कार्रवाई कर रहा है. "
मंत्रालय ने इसके बावजूद लोगों को सतर्क करते हुए कहा है, "लोगों से एक बार फिर किसी भी तरह के फर्जी मैसेज/ कम्युनिकेशन या लिंक पर विश्वास नहीं करने या उनका जवाब नहीं देने का रिक्वेस्ट करते हैं."
पीआईबी के फैक्ट चेक डिपार्टमेंट ने भी इस तरह के मैसेज को फर्जी बताया है. डिपार्टमेंट ने ये ट्वीट शेयर किया हैः