IIT में पढ़ाई कर रहे विकलांग स्टूडेंट्स के लिए एक खुशखबरी है. आईआईटी काउंसिल ने ऐसे स्टूडेंट्स की फीस छोड़ने का फैसला किया है. इस काउंसिल बैठक की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी कर रही थीं.
बैठक में IIT की फीस बढ़ाने को लेकर भी बातचीत हुई. इस पर मंत्री का कहना था कि IIT में फीस से संबंधित कोई भी फैसला जल्दबाजी में नहीं लिया जा सकता है. मंगलवार को हुई काउंसिल की बैठक में एक कमिटी बनाई गई है जो आईआईटी की फीस 90 हजार सालाना से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये सालाना के प्रस्ताव पर अपना विचार देगी. वहीं, इस बारे में स्मृति ईरानी का कहना था कि हर हाल में आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों के हितों की रक्षा की जाएगी. मंत्री के मुताबिक फीस बढ़ाना एक संवेदनशील मामला है और इस पर किसी तरह की जल्दबाजी नहीं हो सकती है. फीस बढ़ोतरी का मामला दोबारा देखा जाएगा.
काउंसिल ने एक नई योजना PAL को भी मंजूरी दी है. इस योजना के तहत कमजोर स्टूडेंट्स को IIT सिस्टम के अनुसार ढ़लने के लिए तैयार किया जाएगा. बैठक में एक ऐसी कमिटि बनाने का भी निर्णय लिया गया है जो IIT में विदेशी स्टूडेंट्स के दाखिले को देखेगी.