scorecardresearch
 

भारत के 49 जिलों में लड़कियों की जन्म दर बढ़ी

इन जिलों में 1000 लड़कों के मुकाबले लड़कियों की संख्या 900 तक पहुंच गई है. यह वे जिले हैं जहां पिछले कुछ सालों में लड़कियों की संख्या प्रति हजार लड़कों पर 800-850 तक पहुंच गई थी. बाकी जिलों में भी लड़कियों की संख्या बढ़ी नहीं है लेकिन स्थिर है.

Advertisement
X
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान अब 161 जिलों में शुरू
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान अब 161 जिलों में शुरू

Advertisement

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने देश के 61 और जिलों में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान शुरू करने की घोषणा की है. इस दौरान मेनका गांधी ने बताया कि यह अभियान पहले 100 जिलों में शुरू किया गया था. इनमें से 49 जिलों में लड़कियों का अनुपात बढ़ा है.

इन जिलों में 1000 लड़कों के मुकाबले लड़कियों की संख्या 900 तक पहुंच गई है. यह वे जिले हैं जहां पिछले कुछ सालों में लड़कियों की संख्या प्रति हजार लड़कों पर 800-850 तक पहुंच गई थी. बाकी जिलों में भी लड़कियों की संख्या बढ़ी नहीं है लेकिन स्थिर है.

14 महीने पहले शुरू हुआ था अभियान
देश में लड़कियों के जन्म दर को बढ़ाने के उद्देश्य से 14 महीने पहले 100 जिलों में 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ' अभियान को शुरू किया गया था. इस योजना के तहत लड़कियों को पढ़ने और जीने के समान अवसर मुहैया कराना भी मकसद है. तमाम जिलों मे शुरू किए प्रोग्राम के जरिए केवल बालिका भ्रूण हत्या के मामले में कमी आई है बलिक लोगों ने लड़कियो को स्कूल भेजना भी शुरू किया है. मंत्रालय ने ज्यादातर जिलों का चयन लड़की जन्म दर के अनुसार किया है जहाँ ये दर लगातार कम हो रही है. इस बार चुने गए जिलों में जम्मू-कश्मीर के कई ऐसे जिले है जहां पिछले दस सालों मे लड़की जन्म दर 1000 से घटकर 870 तक पहुँच गई है.

Advertisement
Advertisement