सरकार द्वारा इन्फोसिस को नए इनकम टैक्स पोर्टल (Income Tax new website) की दिक्कतों को दूर करने के लिए दी गई समयसीमा बुधवार को समाप्त हो गई. इसके बावजूद पोर्टल पर तकनीकी समस्याएं अभी जारी हैं.
अलग-अलग कार्यों के लिए आयकर पोर्टल का इस्तेमाल करने वाले एक्सपर्ट का कहना है कि पोर्टल पर अभी भी कई तरह की गड़बड़ियों का सामना करना पड़ रहा है. आयकर पोर्टल के शुरू किए जाने के तीन महीने के बाद भी यूजर्स को दाखिल किए गए रिटर्न में गलती को ठीक करने, रिफंड की स्थिति का पता लगाने और रिफंड को फिर से जारी करने के अनुरोध को देने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
कई तरह की समस्याएं
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, केवल यही नहीं बल्कि यूजर्स को आकलन वर्ष 2013-14 से पहले दाखिल की गई आईटीआर को देखने में भी परेशानी आ रही हैं.
गौरतलब है कि इनकम टैक्स के नए ई-फाइलिंग पोर्टल को सात जून, 2021 को शुरू किया गया था. पोर्टल के शुरू होने के दिन से ही करदाताओं और पेशेवरों ने इसके कामकाज में गड़बड़ियों और कठिनाइयों की रिपोर्ट की थी. आईटी की दिग्गज कंपनी इन्फोसिस को साल 2019 में आयकर पोर्टल विकसित करने का ठेका दिया गया था.
सीईओ हुए थे तलब
वित्त मंत्रालय ने गत 23 अगस्त को आयकर पोर्टल पर जारी तकनीकी खामियों को लेकर इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख को तलब किया था. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पारेख के साथ बैठक में पोर्टल पर लगातार गड़बड़ियों पर 'गहरी निराशा' व्यक्त करते हुए सभी मुद्दों को हल करने के लिए उन्हें 15 सितंबर तक का समय दिया था, जो बुधवार को पूरा हो गया.