मई में भारत के पाम ऑयल के इंपोर्ट (Palm Oil Import) का आंकड़ा सात महीनों में सबसे अधिक रहा है. अप्रैल के महीने में ये 15 फीसदी अधिक रहा था. पाम ऑयल के सबसे बड़े उत्पादक देश इंडोनेशिया (Indonesia) ने 28 अप्रैल को इसके निर्यात (Palm Oil Export) पर बैन लगा दिया था. हालांकि, मई के महीने में इसे हटा लिया था. खबरों के अनुसार, भारत ने मई के महीने में 660,000 टन पाम तेल का आयात (India Palm Oil Import) किया था, जबकि अप्रैल में ये आंकड़ा 572,508 टन था. उम्मीद जताई जा रही है कि अधिक इंपोर्ट से घरेलू बाजार में खाने वाले तेल की कीमतों में गिरावट आ सकती है.
भारत सबसे बड़ा आयातक
भारत दुनिया में सबसे ज्यादा पाम ऑयल इंपोर्ट (Palm Oil Import) करने वाला देश है. भारत की अधिक खरीद से मलेशियाई पाम तेल की कीमतों को समर्थन मिल सकता है, जिनके रेट पहले से ही रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं. इंडोनेशिया से भारतीय आयात में मई में गिरावट आई थी, लेकिन भारत मलेशिया, थाईलैंड और पपुआ न्यू गिनी से अधिक पाम ऑयल खरीदने में सफल रहा था. दुनिया के सबसे बड़े पाम तेल उत्पादक और निर्यातक इंडोनेशिया ने 28 अप्रैल को घरेलू स्तर पर बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए उत्पाद के निर्यात रोक लगा दी थी. हालांकि, 23 मई से इंडोनेशिया ने निर्यात को फिर से शुरू करने की अनुमति दे दी और घरेलू आपूर्ति की सुरक्षा के लिए पॉलिसी तैयार की.
सोया तेल का भी बढ़ा आयात
रिपोर्ट के अनुसार, मई में भारत का सोया तेल आयात बढ़कर 352,614 टन हो गया, जो अप्रैल में 315,853 टन था. आने वाले महीनों में देश का सोया तेल आयात तेजी से बढ़ सकता है, क्योंकि सरकार ने 20 लाख टन के कमॉडिटी पर से आयात शुल्क हटा लिया है. सूरजमुखी तेल का आयात मई में बढ़कर 123,970 टन हो गया, जो एक महीने पहले 67,788 टन था.
भारत मुख्य रूप से अर्जेंटीना और ब्राजील से सोया तेल खरीदता है. इसी तरह यूक्रेन और रूस से सूरजमुखी तेल खरीदता है. यूक्रेन से सूरजमुखी तेल का शिपमेंट फिलहाल बंद हो गया है. अब भारत रूस से अधिक आयात करने की कोशिश कर रहा है.
हर साल की खरीद
भारत इंडोनेशिया से सालाना करीब 80 लाख टन पाम ऑयल खरीदता है. भारतीय बाजार में खाद्य तेलों के कुल उपभोग में पाम ऑयल का हिस्सा करीब 40 फीसदी है. दूसरी ओर इंडोनेशिया हर साल करीब 480 लाख टन पाम ऑयल का उत्पादन करता है. यह टोटल ग्लोबल प्रॉडक्शन 750 लाख टन के आधे से भी ज्यादा है.