भारतीय डाक इस साल सितंबर से अपने ग्राहकों को डाक, पार्सल, मनीऑर्डर और अन्य डिलीवरी की स्थिति के बारे में उन्हें एसएमएस भेजकर जानी मुहैया कराएगा.
इसके अलावा, डाक विभाग अक्तूबर तक जीपीएस वाले उपकरणों की मदद से डाकिया पर नजर रखना शुरू करेगा. एक पायलट परियोजना के तहत दिल्ली में पार्सल और पंजीकृत डाकों की डिलीवरी के लिए डाकिया का पता लगाने में मदद मिलेगी जिन्हें दिए गए पते पर डिलीवरी के लिए भेजा गया है.
भारतीय डाक के मुख्य महाडाकपाल (दिल्ली) वासुमित्र ने डिजिटल इंडिया सप्ताह के दौरान गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया, ‘सितंबर से, हम लोगों को एसएमएस भेजकर निकटतम केंद्र में पार्सल आने के बारे में सूचित करेंगे और यह जानकारी भी देंगे कि इनकी डिलीवरी कब की जाएगी.’ उन्होंने कहा कि डाक विभाग ग्रामीण इलाकों के लिए 1.3 लाख जीपीएस उपकरण खरीद रहा है. हाथ से चलाए जा सकते वाले इन उपकरणों से डाक घरों से दी जाने वाली हर तरह की सेवाओं में सुविधा होगी. प्रमुख शहरों के लिए 15,000 उपकरणों की अलग से व्यवस्था की जाएगी.
-इनपुट भाषा से