गाजियाबाद में अब बदहाल प्राइमरी स्कूल भी मॉर्डन हों जाएंगे, लेकिन ये कारनामा सरकार नहीं बल्कि शहर के उद्योगपति कर रहे हैं. इसके लिए सभी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने एकजुट होकर अभी एक स्कूल को मॉडल के तौर पर तैयार किया है.
जिलाधिकारी ने स्कूल पहुंचकर मौके का जायजा लिया और आगे करीब 50 प्राइमरी स्कूल उद्योपतियों को गोद देने का रास्ता साफ कर दिया, जिनका इसी तर्ज पर विकास किया जाएगा.
गाजियाबाद के प्राइमरी स्कूल में अब गरीब बच्चे भी बेहतर शिक्षा ले सकेंगे. इनकी ड्रेस,फर्नीचर,किताबों के साथ दूसरी सुविधाएं प्राइवेट स्कूल की तरह होंगी, लेकिन ये कोई सरकारी आदेश नहीं है ये सब करने का बीड़ा गाज़ियाबाद के बड़े उद्योगपतियों ने उठाया है.
जिलाधिकारी की अनुमति के बाद पूरी रूपरेखा तैयार कर कैला भट्टा इलाके के एक स्कूल को चुनकर मॉडल के रूप में विकसित किया है. गाज़ियाबाद के प्राइमरी स्कूलों की हालत कितनी बदहाल ये अधिकारी से लेकर आम आदमी तक सभी जानते हैं. इन स्कूलों में बच्चों के लिए न तो पीने का पानी है न ही बैठने के लिए फर्नीचर, लेकिन अब 15 लाख खर्च के बाद इस स्कूल कायापलट होने के बाद बच्चे प्राइवेट स्कूल की तरह ही शिक्षा लेंगे.
इतना ही नहीं जल्द ही इन स्कूलों में बच्चों को कम्प्यूटर की शिक्षा देने के भी इंतजाम किये जा रहे हैं. अभी फिलहाल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन चार अध्यापकों की तनख्वाह दे रहा है, लेकिन उन्हें उम्मीद है स्कूल में बच्चों की तादात बढ़ने के बाद और शिक्षकों की तादात भी बढ़ा दी जाएगी.