शराब बनाने वाली कंपनी अब शेयर बाजार (Share Market) में निवेश करने वालों को कमाई का मौका देने जा रही है. वाइन मैन्यूफैक्चरिंग फर्म सुला वाइनयार्ड्स अगले सप्ताह अपना आईपीओ (Sula Vineyards IPO) पेश करने के लिए तैयार है. इस इश्यू का साइज 960.35 करोड़ होगा. अगले हफ्ते खुलने जा रहा यह आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल होगा.
लॉन्च से पहले घटाया इश्यू साइज
वाइन बनाने वाली (Wine Maker) कंपनी सुला वाइनयार्ड्स का आईपीओ (IPO) 12 दिसंबर को सब्सक्राइबर्स के लिए ओपन हो सकता है. कंपनी ने जुलाई 2022 में कंपनी ने मार्केट रेग्यूलेटर सेबी (SEBI) के पास ड्राफ्ट रेडहेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) जमा किया था. कंपनी ने लॉन्च से पहले अपने इश्यू साइज को 1200-1400 करोड़ रुपये से घटा दिया है. अब इश्यू का आकार 960.35 करोड़ रुपये होगा.
कंपनी ने आईपीओ के लिए शेयरों का प्राइस बैंड तय कर दिया है. यह 340-357 रुपये प्रति शेयर रखा गया है. जानकारी के मुताबिक, इसका लॉट साइज 42 शेयरों का रहेगा.
इश्यू पूरी तरह ऑफर फॉर सेल
पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS), इस इश्यू में कंपनी के प्रमोटर्स और मौजूदा शेयरधारकों बिक्री की पेशकश करेंगे. OFS को सीधे शब्दों में समझें तो ये कंपनी के शेयर बेचने का एक तरीका होता है, जिसमें लिस्टेड कंपनी के प्रमोटरों को अपनी मौजूदा शेयरहोल्डिंग पारदर्शी तरीके से घटाने का मौका मिलता है. बता दें स्टॉक मार्केट लिस्टिंग (Stock Market Listing) के बाद सुला वाइनयार्ड्स शेयर बाजार में शुरुआत करने वाली देश की पहली प्योर-प्लेवाइन मैन्यूफैक्चरर होगी.
14 दिसंबर तक लगा सकेंगे पैसा!
Sula Vineyards ने हालांकि, आईपीओ के तहत बेचे जाने वाले शेयरों के प्राइस बैंड का खुलासा नहीं किया है, लेकिन इश्यू लॉन्च की तैयारी पूरी हो चुकी है और प्राइस बैंड से पर्दा कभी भी उठाया जा सकता है. Sula Vineyards का ये आईपीओ 12 दिसंबर को सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन होगा और 14 दिसंबर तक इन्वेस्टर्स इसमें निवेश कर सकेंगे. एंकर इन्वेस्टर्स के लिए इश्यू 9 दिसंबर को खुलेगा.
शराब सेल और उत्पादन में आगे
वाइन निर्माता कंपनी सुला वाइनयार्ड्स की स्थापना 1996 में हुई थी. शराब प्रोडक्शन और सेल के मामले में बीते साल 2021 में कंपनी सबसे आगे रही थी. वित्त वर्ष 2021-22 में इसका रेवेन्यू 453.92 करोड़ रुपये और नेट प्रॉफिट 52.14 करोड़ रुपये रहा था. नासिक बेस्ड कंपनी रासा, डिंडोरी, द सोर्स, सटोरी, मदेरा और दीया समेत करीब 13 ब्रांड नेम से 56 लेबल की वाइन तैयार करती है.
(नोट- शेयर बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन है. इन्वेस्टमेंट से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.)