LIC IPO Issue Date: देश का सबसे बड़ा आईपीओ (Biggest IPO) जल्दी ही शेयर बाजार के दरवाजे पर दस्तक देने वाला है. सरकार हर हाल में मार्च तक देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी LIC का आईपीओ लाने की तैयारी में है. DIPAM सचिव पहले ही साफ कर चुके हैं कि 31 मार्च से पहले इसे लॉन्च करने का लक्ष्य रखा गया है. सरकार ने इस कारण बाजार नियामक सेबी (SEBI) को तेजी से प्रक्रिया पूरी करने को कहा है.
सरकार ने सेबी से किया जल्द मंजूरी का आग्रह
आम तौर पर सेबी को आईपीओ पेपर का रिव्यू करने में 75 दिन का समय लगता है. सरकार ने एलआईसी के मामले में यह काम 10-11 सप्ताह के बजाय 3 सप्ताह में करने को कहा है. खबरों के अनुसार, सरकार ने अन्य प्रस्तावित विनिवेश को अगले वित्त वर्ष के लिए टाल दिया है. ऐसे में चालू वित्त वर्ष के विनिवेश के लक्ष्य के करीब पहुंचने के लिए एलआईसी का आईपीओ 31 मार्च से पहले आना जरूरी हो गया है.
फरवरी में मिल सकती है सेबी की मंजूरी
एलआईसी आईपीओ का ड्राफ्ट प्रोस्पेक्टस अगले कुछ दिनों में सेबी को सौंपा जा सकता है. यह काम जनवरी में ही निपटा लेने की तैयारी है. अगर ऐसा हो जाता है और सरकार के अनुरोध के बाद सेबी से कम समय में मंजूरी मिल जाती है तो मार्च में आईपीओ के लॉन्च होने का रास्ता साफ हो जाएगा. इस महीने के बाकी बचे चंद दिनों में ड्राफ्ट आ जाने के बाद फरवरी के अंतिम सप्ताह तक सेबी से मंजूरी मिल सकती है.
विनिवेश के लक्ष्य को लेकर ये आईपीओ अहम
सरकार ने इस वित्त वर्ष के लिए 1.75 लाख करोड़ रुपये का विनिवेश लक्ष्य रखा है. सरकार एलआईसी के आईपीओ से 80 हजार करोड़ से लेकर 1 लाख करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना लेकर चल रही है. एलआईसी आईपीओ के लिए पिछले साल सितंबर में 10 मर्चेंट बैंकर नियुक्त किए थे. इसमें गोल्डमैन सैक्स इंडिया सिक्योरिटीज प्राइवेट लिमिटेड, सिटी ग्रुप ग्लोबल मार्केट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और नोमुरा फाइनेंशियल एडवाइजरी एंड सिक्योरिटीज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं.
ऐसे कर सकते हैं आप भी अप्लाई
इस आईपीओ के साइज को देखते हुए निवेशकों खासकर रिटेल इन्वेस्टर्स में खासा उत्साह है. इस आईपीओ में एलआईसी के पॉलिसीधारकों को तरजीह मिलने वाली है. इनके लिए आईपीओ का एक हिस्सा अलग रखा जा सकता है. कंपनी खुद भी इन्वेस्टर्स को लुभाने के प्रयास कर रही है. अगर आप भी एलआईसी का आईपीओ लेना चाहते हैं तो पहले से कुछ तैयारी कर लें. अगर आपके पास एलआईसी की पॉलिसी है तो फटाफट पोर्टल पर पैन डिटेल्स अपडेट कर लें. इसके अलावा डीमैट अकाउंट होना अनिवार्य है. बिना डीमैट अकाउंट के किसी भी आईपीओ में हिस्सा नहीं लिया जा सकता है. जिनके पास एलआईसी की पॉलिसी नहीं है, वे रिटेल इन्वेस्टर्स के हिस्से में बोली लगा सकते हैं.