एक दिन के बाद ही देश का सबसे बड़ा IPO ओपन होने जा रहा है, यानी रिटेल निवेशकों के लिए 4 मई को LIC का IPO खुल जाएगा. निवेशक 9 मई तक इस आईपीओ में पैसे लगा पाएंगे. कंपनी ने IPO का प्राइस बैंड (Price Band) 902 रुपये से 949 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है.
इस आईपीओ को हिट कराने के लिए सरकार ने आईपीओ में कई तरह की छूट की पेशकश की है. LIC पॉलिसी धारक (Policyholder) को आईपीओ में 10 फीसदी का आरक्षण मिलेगा. साथ ही पॉलिसी धारकों के लिए IPO में प्रति शेयर 60 रुपये की छूट होगी. जबकि LIC के कर्मचारियों (LIC Employee) को इस IPO में अप्लाई करने पर 45 रुपये प्रति शेयर का डिस्काउंट मिलेगा.
Expert Comments On LIC IPO
दरअसल, पिछले दिनों बाजार में कुछ ऐसे आईपीओ लॉन्च हुए, जिसने निवेशकों तगड़ा झटका दिया है. निवेशक डरे हुए हैं कि LIC आईपीओ में अप्लाई करें या नहीं? कहीं नुकसान तो नहीं हो जाएगा. खासकर वैसे निवेशकों के मन सवाल हैं, जो पहली बार LIC आईपीओ में अप्लाई करने के बारे में सोच रहे हैं.
आपको इस आईपीओ में अप्लाई करना चाहिए या नहीं? इन सवालों के साथ Businesstoday देश के 10 बडे़ ब्रोकरेज (Brokerages) से राय जानने की कोशिश की. आपको जानकर खुशी होगी कि सभी विश्लेषकों ने LIC आईपीओ में ‘Subscribe’ की सलाह ही है. साथ ही ये भी बताया है कि इस आईपीओ में क्यों पैसे लगाने चाहिए. आइए देखते हैं, तमाम ब्रोकेरेज इस आईपीओ को क्यों अच्छा बता रहा है.
Geojit Financial Services: Subscribe
अपर प्राइस बैंक के हिसाब से एलआईसी के आईपीओ 1.1 गुना के P/EVPS (प्रति शेयर एम्बेडेड मूल्य) पर उपलब्ध है, जो कि बाजार में मौजूद प्राइवेट इंश्योरेंस (Private Insurance) कंपनियों के मुकाबले 65 फीसदी डिस्काउंट पर मिल रहा है. LIC कंपनी का मौजूदा मूल्यांकन भी आकर्षक है, साथ ही कमाई में आगे बढ़ोतरी का अनुमान है.
KR Choksey Shares and Securities: Subscribe
निवेशक लिस्टिंग गेन के साथ-साथ लंबी अवधि के नजरिये से इस आईपीओ में अप्लाई कर सकते हैं. कंपनी का फोकस बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने पर है. इंश्योरेंस सेक्टर में कंपनी लीडर है, और ग्रोथ की संभावना बनी रहने की उम्मीद है.
Marwadi Financial Services: Subscribe
मारवाड़ी फाइनेंशियल सर्विसेज ने LIC आईपीओ में 'सब्सक्राइब' रेटिंग दी है, क्योंकि एलआईसी भारत में सबसे बड़ा जीवन बीमाकर्ता है, और एक विश्वसनीय ब्रांड भी है. LIC आईपीओ अपने सेगमेंट की कंपनियों के मुकाबले कम वैल्यू पर उपलब्ध है. HDFC Life और SBI Life के मुकाबले बेहद कम P/EV पर यह आईपीओ मिल रहा है.
Anand Rathi Share and Stock Brokers: Subscribe
LIC आईपीओ का इश्यू प्राइस काफी आकर्षक लग रहा है. एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ इंश्योरेंस के मुकाबले यह बेहद सस्ते प्राइस पर उपलब्ध है. इसलिए निवेशकों को अप्लाई करना चाहिए.
Nirmal Bang Securities: Subscribe
इंश्योरेंस की डिमांड को देखते हुए भारत में बीमा सेक्टर अगले दशक में 14-16 फीसदी सीएजीआर से बढ़ने की उम्मीद है. ऐसे में LIC के पास अपने कारोबार को विस्तार देने का ज्यादा मौका होगा. कंपनी का लाभ भी लगातार बढ़ रहा है. इश्यू का मूल्य 1.1 गुना EV है, जो कि निजी क्षेत्र के मूल्यांकन की तुलना में छूट पर उपलब्ध है.
Angel One: Subscribe
रिटेल निवेशकों और एलआईसी पॉलिसी धारकों के लिए 45 रुपये और 60 रुपये की छूट पर उपलब्ध है, जो कि निवेश के लिए लोगों को उत्साहित करेगा. कंपनी का कारोबार में विस्तार की उम्मीद है, इसलिए इस आईपीओ में पैसे लगा सकते हैं.
Green Portfolio (PMS): Subscribe
रिटेल इनवेस्टर्स को लिस्टिंग गेन के लिए एलआईसी के आईपीओ में निवेश करना चाहिए. कारोबार का मूल्यांकन एम्बेडेड मूल्य के 1-1.5 गुना के करीब है, जो कि दूसरी लिस्टेड कंपनियों के मुकाबले छूट पर उपलब्ध है. यही नहीं, पॉलिसी धारकों को प्राइस बैंड पर मिलने वाली छूट को ध्यान में रखते हुए इस आईपीओ की अप्लाई करना चाहिए.
Sharekhan: Attractive valuation
LIC आईपीओ का प्राइस बैंड 902-949 रुपये के बीच है, जो कि दूसरी कंपनियों के मुकाबले बेहद कम P/EV पर है. इसके अलावा कई मापदंडों में कंपनी अपने सेक्टर में लीडर है. आईपीओ में अप्लाई कर सकते हैं.
FundsIndia: Attractive valuation
इस आईपीओ में निवेश करने वालों में बड़े पैमाने पर छोटे शहरों के लोग भी होंगे. यह आईपीओ न केवल इश्यू के आकार के साथ बल्कि इस अवधि के दौरान खोले जाने वाले डीमैट खातों की संख्या के साथ पूंजी बाजार में एक मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है. एलआईसी जिस कीमत पर आईपीओ लेकर आ रही है, वह वैल्यूएशन के मोर्चे पर आकर्षक लगती है.
Proficient Equities: Subscribe with long term objective
लोगों के बीच LIC एक मजबूत ब्रांड है. लंबी अवधि में इससे बढ़िया फायदा मिलने की उम्मीद है. Proficient Equities मानना है कि हम एलआईसी के मामले में सही मूल्य निर्धारित नहीं कर पाएंगे, क्योंकि यह अपने आप में एक बहुत बड़ी इकाई है. लंबी अवधि का नजरिया लेकर आईपीओ में अप्लाई किया जा सकता है.