कोरोना काल में बीमा की जरूरत को देखते हुए भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने लैप्स हुई पॉलिसियों को रिवाइव करने के लिए विशेष कैंपेन शुरू किया है. LIC का यह कैंपेन सात जनवरी से शुरू हो चुका है और छह मार्च तक चलेगा. हालांकि कंपनी ने पॉलिसी रिवाइव कराने के लिए कुछ नियम शर्तें तय की हैं.
कौन-पॉलिसी होगी रिवाइव
इस विशेष कैंपेन के तहत वही पॉलिसियां रिवाइव होंगी जिनके पॉलिसीधारक के किस्त जमा करने में हुई पहली चूक से अब तक पांच वर्ष की अवधि पूरी नहीं हुई है. उदाहरण के लिए आपकी पॉलिसी 2015 की है, उसके बाद आपने दो साल किस्त जमा की और 2017 में किस्त जमा करने से चूक गए, ऐसे में आप इस रिवाइव कैंपेन के तहत अपनी पॉलिसी फिर से शुरू करा सकेंगे. इसके अलावा प्रीमियम भुगतान अवधि के दौरान लैप्स होनी वाली वे पॉलिसी भी रिवाइव की जा सकेंगी जिनका पॉलिसी टर्म रिवाइवल की तारीख तक खत्म नहीं हुआ है.
जमा करना होगा कोविड-19 पर क्वेश्चनेयर
LIC ने कहा कि अधिकतर पॉलिसियों को रिवाइव करने के लिए स्वास्थ्य जांच की जरूरत नहीं होगी. पॉलिसीधारकों को बस अपने सेहतमंद होने की डिक्लरेशन करनी होगी और कोविड-19 पर एक क्वेश्चनेयर जमा करना होगा. हालांकि कुछ पॉलिसियों के लिए स्वास्थ्य जांच की जरूरत होगी लेकिन उसमें भी कई तरह की जांच से छूट प्रदान की जाएगी.
कहां करा सकेंगे पॉलिसी रिवाइव
LIC ने अपने 1,526 कार्यालयों को उन लैप्स पॉलिसियों को रिवाइव करने के लिए अधिकृत किया है, जहां विशेष मेडिकल टेस्ट की जरूरत नहीं होगी.
क्या छूट है ?
पॉलिसीधारक को लैप्स पॉलिसी रिवाइव कराने की स्थिति में विलंब शुल्क (लेट फीस) पर 20 प्रतिशत या 2,000 रुपये की छूट मिलेगी. इतना ही नहीं यदि किसी पॉलिसीधारक का वार्षिक प्रीमियम एक लाख से तीन लाख रुपये के बीच है तो उसे 25 प्रतिशत की छूट मिलेगी,
LIC ने इसी तरह की योजना 10 अगस्त से 9 अक्टूबर 2020 में भी पेश की थी. LIC देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है. सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी का आईपीओ इसी साल आने की उम्मीद है.