scorecardresearch
 

LIC के शेयरों में तूफानी तेजी, आज भाव एक साल में सबसे ऊपर... जानिए IPO निवेशकों को अब कितना नुकसान

कुछ हफ्तों से LIC के शेयरों में तेजी देखी जा रही है. पिछले एक महीने LIC के शेयर करीब 30 फीसदी चढ़ चुके हैं. जबकि 6 महीने में करीब 24 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है, एक साल में 16 फीसदी की तेजी आई है.

Advertisement
X
LIC share price
LIC share price

देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम (LIC) के शेयरों में पिछले कुछ हफ्तों से तेजी देखी जा रही है. शुक्रवार को LIC के शेयर ने 52 वीक का नया हाई बनाया. शेयर 807.00 रुपये पर खुला और कारोबार के दौरान 821 रुपये तक गया, जो इसका एक साल का उच्चतम स्कोर है. दोपहर ढ़ाई पर शेयर 4 फीसदी की तेजी के साथ 796.40 रुपये पर कारोबार कर था. 

Advertisement

दरअसल, पिछले साल LIC की शेयर बाजार में लिस्टिंग हुई थी, और उसके बाद से इसने निवेशकों को लगातार नुकसान कराया है. लेकिन अब कुछ हफ्तों से शेयरों में तेजी देखी जा रही है. पिछले एक महीने LIC के शेयर करीब 30 फीसदी चढ़ चुके हैं. जबकि 6 महीने में करीब 24 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है, एक साल में 16 फीसदी की तेजी आई है.

अब भी आईपीओ प्राइस से दूर भाव

दरअसल LIC के शेयरों की लिस्टिंग 17 मई 2022 को हुई थी. लिस्टिंग के बाद से ही शेयरों में गिरावट देखी जा रही थी. एलआईसी आईपीओ के लिए 902-949 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया था. कंपनी का शेयर बाजार में करीब 9 फीसदी के डिस्काउंट के साथ लिस्ट हुआ था. एलआईसी के आईपीओ का साइज (LIC IPO Size) 20,557 करोड़ रुपये था और इसे 2.95 गुना सब्सक्राइब किया गया था. 

Advertisement

अगर आईपीओ प्राइस से मौजूदा भाव की तुलना करें तो फिलहाल शेयर की कीमत 8 रुपये के आसपास है, जबकि इसका आईपीओ प्राइस 902-949 रुपये था.ऐसे में आईपीओ में जिन निवेशकों को शेयर अलॉट हुए होंगे, वो अभी भी नुकसान में हैं. हालांकि पिछले 6 महीनों में नुकसान थोड़ा कम हुआ है. 

प्रीमियम से अच्छी कमाई

देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी LIC को चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में नेट प्रॉफिट सालाना आधार (YoY) पर 50% घटकर 7925 करोड़ रुपये रहा. पिछले साल यह 15,952 करोड़ था. कारोबार में सुधार का असर शेयरों पर देखने को मिला है. 

कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 के पहले 6 महीनों में 80.60 लाख पॉलिसियां बेची हैं, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में 83.59 लाख पॉलिसियां बेची थीं. दूसरी तिमाही के लिए नेट कमीशन 5807 करोड़ रुपए से बढ़कर 6077 करोड़ रुपये हो गया.

Live TV

Advertisement
Advertisement