scorecardresearch
 

2025 में कैसी रहेगी भारतीय बाजार की चाल, मॉर्गन स्टेनली ने बताई एक-एक बात!

Indian Stock Market: मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि 2025 के आखिर तक तक बीएसई सेंसेक्स में 18 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. 2027 तक ये सालाना 17.3 फीसदी की दर से बढ़ोतरी कर सकता है.

Advertisement
X
Morgan Stanley Forecast
Morgan Stanley Forecast

भारत एक बार फिर निवेश के लिए सबसे आकर्षक डेस्टिनेशन के तौर पर उभर रहा है. दिग्गज निवेश बैंक मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) ने अनुमान लगाया है कि 2025 में भारत उभरते हुए बाजारों में सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाला देश होगा. 

Advertisement

मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट के मुताबिक, जिन वजहों से भारत के मजबूत प्रदर्शन का भरोसा बढ़ रहा है उनमें शामिल हैं- भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था, बेहतर व्यापार संतुलन, महंगाई पर काबू पाने की नीति और घरेलू निवेश की स्थिरता.

भारतीय बाजार में तेजी रहेगी कायम  
इन सबके असर से माना जा रहा है कि आने वाले 4 से 5 साल में भारत में निवेशकों को सालाना 18 से 20 परसेंट तक की इनकम होने का अनुमान है, क्योंकि यहां पर निजी क्षेत्र के कैपिटल एक्सपेंडीचर बढ़ रहा है. कंपनियों के बैलेंस शीट में सुधार हो रहा है और Discretionary Consumption में भी स्थायी बढ़ोतरी हो रही है.

मॉर्गन स्टेनली का कहना है कि, ये सब मिलकर भारत के लिए वैश्विक बाजारों के मुकाबले ज्यादा स्थिरता ला रहे हैं. भारत की इक्विटी का वैश्विक बाजारों से संबंध कम हो रहा है, जिससे इसे उभरते बाजारों में प्रीमियम स्थान मिल रहा है. इसके अलावा नीतिगत सुधार भी भारत की सफलता में बड़ा रोल निभा रहे हैं.

Advertisement

बजट में रह सकती है सरकार की प्राथमिकता

महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों ने सरकार की विकास योजनाओं पर भरोसा जताया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले बजट में सरकार की प्राथमिकता घाटे को खत्म करना, जीएसटी और डायरेक्ट टैक्सेक्शन में सुधार, बुनियादी ढांचे पर खर्च बढ़ाना, Free Trade Agreements पर जोर देने के साथ ही Energy Transition रहेंगे. 

ऐसे में मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि 2025 के आखिर तक तक बीएसई सेंसेक्स में 18 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. 2027 तक ये सालाना 17.3 फीसदी की दर से बढ़ोतरी कर सकता है, जो वैश्विक औसत के 15 फीसदी के अनुमान से भी ज्यादा है. 

किस सेक्टर में सबसे ज्यादा ग्रोथ संभव

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की आर्थिक स्थिरता बढ़ते निजी निवेश और राजकोषीय संतुलन पर आधारित है. मॉर्गन स्टेनली ने सुझाव दिया है कि जिनके पोर्टफोलियो में फाइनेंशियल ग्राहकों की विवेकाधीन खरीदारी से जुड़े सेक्टर्स के साथ ही इंडस्ट्रियल और टेक्नोलॉजी सेक्टर्स शामिल हैं. 

वो शेयर बाजार में आने वाली तेजी का सबसे ज्यादा फायदा उठा सकते हैं. हालांकि वैश्विक बाजारों से भारत के कम होते संबंधों के बावजूद ये भी कहा गया है की अमेरिका और चीन की नीतियां और भू-राजनीतिक घटनाएं भारतीय बाजार पर असल डाल सकती हैं.
 

Live TV

Advertisement
Advertisement