कैब (Cab) से आने-जाने वाले लोगों की सबसे बड़ी समस्या ड्राइवर का राइड कैंसिल (Ride Cancellation) कर देना होता है. खासकर ऐप बेस्ड कैब व टैक्सी की सेवाएं (App Based Cab & Taxi Services) लेने वाले लोग इस बात से ज्यादा ही परेशान रहते हैं. कुछ कैब कंपनियों ने लोगों की इस समस्या को दूर करने का प्रयास भी किया, लेकिन लगता नहीं है कि हालात में अब भी कुछ सुधार आ पाया है. कम से कम एक हालिया सर्वेक्षण के नतीजे से तो यही बात साबित होती है कि यात्रियों की यह समस्या जस की तस हैं.
डेस्टिनेशन और मोड ऑफ पेमेंट के चलते करते हैं कैंसिल
इसी सप्ताह जारी लोकल सर्कल्स (Local Circles) के एक सर्वे के अनुसार, डेस्टिनेशन जानने के बाद ड्राइवरों के द्वारा बुकिंग कैंसिल करना पिछले एक साल के दौरान लोगों की सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरा है. रिसर्च एजेंसी के एक स्टेटमेंट के अनुसार, '79 फीसदी ऐप टैक्सी यूजर (App Taxi User) बताते हैं कि ड्राइवर डेस्टिनेशन जानने के बाद या डिजिटल पेमेंट की बात जानकर राइड कैंसिल कर देते हैं.'
पीक आवर्स में सर्ज प्राइसिंग से भी यूजर नाराज
सर्वे में 45 फीसदी यूजर्स ने सर्ज प्राइसिंग पर सवाल खड़ा किया. ऐसे लोगों का मानना है कि पीक आवर्स के दौरान उनसे नॉर्मल रेट के डेढ़ गुने तक वसूल किया जाता है. वहीं कुछ यूजर्स ने ड्राइवरों के द्वारा कई प्रकार के बहाने बनाकर पैसों की उगाही करने की बात पर नाराजगी जाहिर की. ऐसे यूजर्स ने बताया कि कुछ ड्राइवर ऑड समय में रेलवे स्टेशन या किसी पब्लिक प्लेस बुकिंग ले लेते हैं. जब कस्टमर आ जाता है तो वे टैक्सी ऐप को डिसकनेक्ट कर देते हैं और डेढ़ से दो गुना ज्यादा पैसे मांगते हैं.
महज इतने लोग साफ-सफाई से खुश
हालांकि इन नाराजगियों के बाद भी काफी यूजर्स ने यह बात मानी कि वे सुलभता के चलते ऐप बेस्ड टैक्सी सर्विसेज यूज करते हैं. सर्वे में शामिल 58 फीसदी लोगों ने माना कि उन्होंने पिछले 12 महीने के दौरान कैब एग्रीगेटर्स की सर्विसेज का इस्तेमाल किया है. इनमें से ज्यादातर ने कैब एग्रीगेटर्स की सर्विसेज इस्तेमाल करने की वजह इनका कनवेनिएंट होना बताया. सर्वे के अनुसार, 60 फीसदी लोग मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग को लेकर सटिस्फाइ नजर आए, जबकि महज 35 फीसदी लोग साफ-सफाई को लेकर संतुष्ट मिले.